GWALIOR. ग्वालियर में क्राइम ब्रांच की टीम ने मुखबिर की सूचना पर एमके सिटी के एक फ्लैट में जब दबिश दी तो मौके पर क्रिकेट के सट्टे पर दांव लगाने का पूरा सेटअप बरामद हुआ। मौके से 15 सटोरिए मोबाइल, लैपटॉप समेत पकड़े गए। पूछताछ हुई तो बड़ा खुलासा हुआ। पकड़े गए 3 सटोरियों ने स्थानीय पुलिस से सांठगांठ होने की बात कबूली। जब सटोरियों के मोबाइल चैक किए गए तो 3 पुलिसवालों के एकाउंट में 23 लाख रुपए का ट्रांजेक्शन होने की भी जानकारी लगी। इन तीन पुलिस वालों में सब इंस्पेक्टर मुकुल यादव, हेड कॉन्स्टेबल विकास तोमर और आरक्षक राहुल यादव के नाम सामने आए हैं।
2 करोड़ का मिला हिसाब-किताब
क्राइम ब्रांच और सिरोल थाना पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में पुलिस ने 15 सटोरियों से 31 मोबाइल, 2 लैपटॉप के साथ काफी लंबा हिसाब-किताब भी बरामद किया है। जिसमें करीब 2 करोड़ रुपए का हिसाब है। सटोरियों के मोबाइल में कई नाम कोडवर्ड में भी सेव हैं, जिनके बारे मे ंपुलिस पड़ताल कर रही है। वहीं पुलिस यह भी पता लगा रही है कि जिन पुलिस वालों के नाम सामने आए हैं, उनमें से किसके खाते में 23 लाख रुपए डाले गए।
अलग-अलग इलाकों को कवर कर रहे थे 15 सटोरिए
सीएसपी हिना खान ने बताया कि मौके पर फ्लैट में 3 अलग-अलग कमरों में बैठे सटोरिए ग्वालियर शहर और ग्रामीण क्षेत्रों के अलग-अलग इलाकों को कवर कर रहे थे। ऐप के माध्यम से सट्टा खेलने वाले लोग इनसे जुड़े हुए थे। पुलिस द्वारा पकड़े गए लोगों में दतिया के आशीष रजक, विशाल कुशवाहा, उदयभान कुशवाह, अमित कुशवाह, जितेंद्र परिहार, करण अहिरवार, बज्जू अहिरवार, विकास पाल, ऋषभ विश्वकर्मा, राजकुमार रैकवार, हृदेश पांडे, अमित सोनी,ग्वालियर का आशीष सोनी और आकाश रजक, लुधियाना का अनुराग देव शामिल हैं।
पकड़े गए ज्यादातर दतिया के रहने वाले
पुलिस इस ताज्जुब में हैं कि ग्वालियर में दतिया की गैंग आकर कैसे अपना नेटवर्क चला रही थी। केवल दो सटोरिए ग्वालियर के और एक लुधियाना का रहने वाला है। पुलिस अब इनसे जुड़े अन्य लोगों का पता लगा रही है। वहीं जिन पुलिस कर्मियों पर सांठगांठ के आरोप लगे हैं उन पर भी जांच बाद कार्रवाई होने की संभावना जताई जा रही है।