JAIPUR. राजस्थान में एक बार फिर हर पांच साल में सरकार बदलने का रिवाज जारी रहा और विधानसभा चुनाव में भाजपा ने बहुमत हासिल कर लिया है। शाम चार बजे तक प्रदेश में बीजेपी ने 26 सीटों पर जीत हासिल कर ली है और 88 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है। जबकि कांग्रेस ने 17 सीटों पर जीत हासिल की है और 53 पर आगे चल रही है। इसके अलावा भारतीय आदिवासी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी और निर्दलीय ने एक-एक सीट पर जीत हासिल की है। कुल 114 सीट पर बीजेपी आगे है वहीं 53 पर कांग्रेस आगे हैं। मतगणना के रुझान के अनुसार कांग्रेस ने हार मान ली है। सीएम अशोक गहलोत रविवार की शाम राजभवन पहुंचकर राज्यपाल को इस्तीफा देंगे।
राजस्थान में रिवाज बरकरार
राजस्थान में 1993 से एक-एक टर्म ( पांच-पांच साल) की बीजेपी और कांग्रेस सरकार का रिवाज बरकरार है। पिछले 30 साल में 1993, 2003, 2013 और 2018 के अब 2023 में बीजेपी ने बहुमत हासिल किया और सरकार बनाई। इसके अलावा 1998, 2008 और 2018 में कांग्रेस की सरकार बनी।
नेता प्रतिपक्ष, उपनेता प्रतिपक्ष और 17 मंत्री हारे
विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी हार गए हैं। इसके साथ ही परसादी लाल मीणा, प्रताप सिंह खाचरियावास सहित कांग्रेस के 25 में से 17 मंत्री हार गए हैं। मंत्री शांति धारीवाल जीत गए हैं। नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ और उपनेता प्रतिपक्ष सतीश पूनिया भी हार गए हैं।
बीजेपी के 7 सांसदों में से तीन पिछड़े
बीजेपी ने जिन 7 सांसदों को चुनाव लड़ाया था, उनमें से 4 आगे और 3 पीछे चल रहे हैं पिछड़ रहे सांसदों में से दो तीसरे नंबर पर चल रहे हैं। इस बार जनता ने फिर सरकार बदली है, लेकिन यह भी संयोग है कि विधानसभा अध्यक्ष (कांग्रेस) समेत नेता प्रतिपक्ष और उप नेता प्रतिपक्ष (दोनों कांग्रेस) भी हार गए हैं।
पीएम मोदी की गारंटी की जीत-वसुंधरा राजे
चुनाव नतीजों पर पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कहा कि राजस्थान की शानदार जीत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दी हुई गारंटी की जीत है। इधर, काउंटिंग के दौरान प्रत्याशियों और समर्थकों के बीच कुछ विवाद भी हुआ। बहरोड़ विधायक और निर्दलीय प्रत्याशी बलजीत यादव के साथ मारपीट की गई। काउंटिंग के बाद जब वे बाहर निकले तो उन्हें लोगों ने घेर लिया और मारपीट की दी।