संजय गुप्ता, INDORE. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने दोपहर में इंदौर से ग्वालियर जाने का शेड्यूल आगे बढ़ाते हुए चार बजे तक होटल में रहे और उन्होंने होटल में इंदौर-उज्जैन संभाग यानी मालवा-निमाड़ के सभी बागियों, नाराज नेताओं को बुलाया और वन टू वन मुलाकात की। इसलिए उन्होंने संभागीय पदाधिकारियों की बैठक भी निरस्त कर दी है।
निर्दलीय फार्म भर चुकी पूर्व मंत्री बघेल के मानने की खबर
मनावर की पूर्व विधायक और मप्र शासन की मंत्री रह चुकी रंजना बघेल के भी मानने की खबर है। वह मुलाकात कर जब निकली तो कहा कि बीजेपी की जीत के लिए चर्चा हुई है, माहौल अच्छा है। वह पहले ही निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर फार्म भर चुकी है। बीजेपी ने उनकी जगह युवा शिवराज कन्नौजे को टिकट दिया है। हालांकि अभी फार्म वापसी के मुद्दे पर चुप है।
धार से राजू और बुरहानपुर से चौहान बागी होकर भर चुके फार्म
बताया जा रहा है कि धार और बुरहानपुर सीट पर भी बागियों को बुलाकर डेमेज कंट्रोल की चर्चा है। धार से नीना वर्मा को फिर टिकट मिलने से बीजेपी नेता और पूर्व धार जिलाध्यक्ष नेता राजीव यादव नाराज है। उन्होंने रैली भी निकाली थी और वह भी निर्दलीय प्रत्याशी के साथ ही बीजेपी प्रत्याशी के तौर पर फार्म भर चुके हैं। इसी तरह बुरहानपुर से अर्चना चिटनीस को टिकट मिलने पर पूर्व सांसद नंदकुमारसिंह के बेटे हर्षवर्धन नाराज है। वह भी बुरहानपुर से निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर अपना नामांकन जमा करा चुके हैं।
बैठक में पदाधिकारी भी रहे मौजूद
इससे पहले कार्यक्रम अनुसार इंदौर की संभागीय भाजपा की बैठक होनी थी लेकिन ऐनवक्त पर वह निरस्त कर दी गई। बैठक में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और प्रदेश प्रभारी हितानंद शर्मा भी शाह के साथ रहे। हालांकि इन बैठकों का नतीजा दो नवंबर को ही सामने आएगा कि यह प्रत्याशी अपना फार्म वापस लेते हैं या नहीं, उस दिन नाम वापसी का अंतिम मौका रहेगा।
जबलपुर में कामयाब नहीं हुई थी कोशिश
इसके पहले अमित शाह ने जबलपुर में नाराज नेताओं को समझाइश दी थी लेकिन उनके जबलपुर से रवाना होते ही नगराध्यक्ष प्रभात साहू ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया। साथ ही नेता प्रतिपक्ष नगर निगम कमलेश अग्रवाल ने भी टिकट नहीं मिलने पर नामांकन फार्म जमा करने का ऐलान कर दिया था।