BHOPAL. अपना टिकट कट जाने के बाद अनेक क्षेत्रों के दावेदार प्रदेश कांग्रेस कार्यालय और कमलनाथ के बंगले पर विरोध करने पहुंचे थे। कुछ ने दिग्विजय सिंह का पुतला फूंका तो किसी ने उनकी फोटो पर चप्पल-जूते भी बरसाए थे। इस विरोध के बाद कुछ सीटों पर तो पार्टी ने टिकट बदले लेकिन बाकी जगह अब कार्रवाई का कोड़ा बरसाया जा रहा है। इसी कड़ी में दतिया के दामोदर यादव को कांग्रेस ने 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया है। वे टिकट के दावेदार थे, हालांकि बताया जा रहा है कि वे 21 अक्टूबर को ही पार्टी से इस्तीफा दे चुके हैं।
दतिया में गृहमंत्री हैं मैदान में
दरअसल दतिया में शिवराज सरकार में गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा चुनाव मैदान में हैं। पहले यहां पार्टी ने अवधेश नायक को चुनाव मैदान में उतारा था जिस पर राजेंद्र भारती ने जमकर विरोध किया था, टिकट बदलते हुए राजेंद्र भारती को तो दतिया में प्रत्याशी बना दिया गया लेकिन एक अन्य दावेदार दामोदर यादव पर कार्रवाई कर दी गई है। दरअसल राजेंद्र भारती ने बीते विधानसभा चुनाव में नरोत्तम मिश्रा को कड़ी टक्कर दी थी और मामूली अंतर से मिश्रा चुनाव जीते थे।
इस्तीफा दे चुके नेता को किया निष्कासित
इधर बीजेपी ने इस कार्रवाई पर सवालिया निशान लगा दिए हैं। बीजेपी प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने ट्वीट किया कि जिन दामोदर यादव ने 21 अक्टूबर को ही कांग्रेस के सभी पदो से व प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफ़ा दे दिया था। कांग्रेस आज 1 नवंबर को उनको पार्टी से निष्कासित करने का पत्र जारी कर रही है और वो भी 26 अक्टूबर की पुरानी तारीख़ डाल कर। आश्चर्य की बात है कि इन्होंने और इनके समर्थकों ने ही पीसीसी के बाहर 21 अक्टूबर को दिग्विजय सिंह और जयवर्धन सिंह का पुतला जलाया था, आपत्तिजनक नारे लगाए थे। पीसीसी में उनके पोस्टर पर कालिख पोत जूते चलाए थे। उन पर झूठी कार्यवाही भी 10 दिन बाद...? पर्दे के पीछे की सच्चाई - दिग्विजय सिंह इस घटना से बेहद ख़फ़ा थे। दामोदर यादव कमलनाथ समर्थक हैं, परसों दिल्ली में हुई गिला-शिकवा बैठक में उन्होंने यह मामला उठाकर नाथ साहब की जमकर घेराबंदी की थी। उसके बाद उन्हें खुश करने के लिए यह कार्रवाई की गई। 10 दिन पूर्व ख़ुद इस्तीफ़ा देने वाले को पार्टी से आज निकाला गया। अगली कड़ी में जयवर्धन सिंह को स्टार प्रचारक बनाया जाएगा, क्योकि नकुलनाथ को बनाए जाने और जयवर्धन सिंह को नहीं बनाया जाना भी अनबन का बड़ा कारण।