BHOPAL. छतरपुर के लवकुशनगर की एसडीएम निशा बांगरे का इस्तीफा आखिरकार सरकार ने मंजूर कर लिया है, लेकिन जब तक सरकार ने यह फैसला लिया तब तक निशा बांगरे के साथ गुगली हो चुकी थी। उनके वकील और कांग्रेस नेता विवेक कृष्ण तन्खा ने उनका इस्तीफा मंजूर हो जाने की जानकारी दी है। दरअसल सोमवार की शाम ही कांग्रेस निशा के लिए रिजर्व रखी हुई बैतूल जिले की आमला सीट से मनोज मालवे की उम्मीदवारी का ऐलान कर दिया। अब इस उलझन में बड़ा सवाल यह है कि आखिर निशा बांगरे का राजनैतिक भविष्य क्या होगा? नौकरी तो हाथ से जा ही चुकी है, इस्तीफे के लिए निशा बांगरे ने लंबी लड़ाई लड़ी थी। कयास लग रहे हैं कि शायद कांग्रेस आमला की सीट से प्रत्याशी बदलकर निशा को मैदान में उतार दे, हालांकि अभी तक निशा बांगरे ने विधिवत कांग्रेस ज्वाइन नहीं की है, जबकि वे लंबे समय से आमला से चुनाव की तैयारी कर रही थीं।
निगम-मंडल में एडजस्ट करने का मिल सकता है आश्वासन
दूसरा कयास यह लगाया जा रहा है कि निशा बांगरे को सरकार बनने के बाद निगम-मंडल में पोस्ट देने का आश्वासन देकर मनाया जा सकता है। हालांकि उसमें यह रिस्क है कि कांग्रेस की सरकार बनती भी है या नहीं। राजनीति के लिए एंबिशस निशा बांगरे ने नौकरी तक को दांव पर लगाने का जोखिम उठाया है। ऐसे में वे बिफरकर कांग्रेस के खिलाफ ही बयानबाजी करने लगीं तो यह पूरी पार्टी के खिलाफ जा सकता है। खासकर दलित वोटर्स में इसका अच्छा मैसेज नहीं जाएगा।
क्या निर्दलीय लड़ेंगी चुनाव
तीसरा कयास यह है कि निशा बांगरे बीजेपी ही नहीं कांग्रेस को भी दरकिनार कर निर्दलीय चुनाव मैदान में उतर जाएं या फिर बीएसपी या सपा उन्हें चुनाव मैदान में उतार दे। फिलहाल निशा बांगरे को लेकर कयास ही लग रहे हैं। आने वाले वक्त में स्थिति और साफ हो जाएगी।