संजय गुप्ता, INDORE. सुप्रीम कोर्ट में अपने विज्ञापनों के लिए फटकार खा चुके बाबा रामदेव पर अब पूर्व सीएम और कांग्रेस सांसद दिग्विजय सिंह ने बड़ा हमला बोला है। सिंह ने सीनियर जर्नलिस्ट श्याम मीरा सिंह के बाबा रामदेव पर जुड़ी एक स्टोरी को बाबा रामदेव के दबाव में यूट्यब से हटाए जाने संबंधी आरोप लगाए जाने के बाद यह ट्वीट किया। उन्होंने कहा कि- रामदेव बालकृष्ण का इतिहास जानना आवश्यक है, इनका क्रिमिनल रिकॉर्ड है, पीएमओ इंडिया तक जांच को उजागर करना चाहिए। सिंह के साथ ही कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार ने भी बाबा रामदेव को घेरा है।
बाबा रामदेव को लेकर श्याम मीरा सिंह का दावा
राजीव दीक्षित की संदिग्ध मौत को लेकर बनाई, मेरी वीडियो को, बाबा रामदेव की शिकायत के बाद, YouTube ने भारत में ब्लॉक कर दिया है। इस वीडियो को अब तक 15 लाख लोगों ने Youtube पर देखा था। फेसबुक पर करीब 5 लाख 90 हजार लोगों ने देखा। राजीव दीक्षित रामदेव के मित्र थे। मैंने सिर्फ ये पूछा था कि जब साल 2019 में नरेंद्र मोदी वाले पीएमओ ने भी राजीव दीक्षित की मौत की जांच का आदेश दिया था, तो उस जांच का क्या हुआ? वो जांच आजतक बाहर क्यों नहीं आई? एक तथ्य बताया था कि रामदेव के कहने पर ही राजीव दीक्षित का पोस्टमार्टम नहीं होने दिया गया था। राजीव दीक्षित के सहयोगियों ने रामदेव से बार-बार अनुरोध किया था, कि राजीव दीक्षित का पोस्ट-मार्टम करवाएं। लेकिन रामदेव का तर्क था कि हिंदू धर्म में पोस्टमार्टम नहीं होता, मैंने अपनी तरफ से रामदेव पर एक भी आरोप नहीं लगाया। सिर्फ यही बताया कि रामदेव का ये कहना है और राजीव दीक्षित के समर्थकों का ये कहना। इस पर मैंने अपनी तरफ से कोई राय नहीं दिया था। रामदेव की टीम की तरफ से पहले भी मुझे एक फेक ईमेल आया था कि इस वीडियो को हटा दूं, लेकिन मैंने नहीं हटाया। लेकिन आज हद हो गई जब रामदेव ने Youtube के माध्यम से ही वीडियो हटवा दी।
इस वीडियो में मैंने रामदेव के कई दावों का जिक्र किया था, जो झूठे थे
- 1. रामदेव ने आस्था टीवी के मंच से कहा था कि रामदेव ने राजीव दीक्षित से लास्ट टाइम में 4 घंटे बात की थी, जब राजीव के छोटे भाई भी उपस्थित थे। लेकिन राजीव के छोटे भाई ने बताया कि वे राजीव की मौत के बाद पहुंचे थे, फिर कैसे रामदेव ने राजीव से उनकी उपस्थिति में बात कर ली? वो भी 4 घंटे?
- 2. रामदेव ने दावा किया था कि राजीव को हार्ट और डायबिटीज की बीमारी थी, उनके परिवार में भी ये बीमारी थी। लेकिन राजीव के भाई बताते हैं कि न तो राजीव को कोई हार्ट या डायबिटीज की बीमारी थी और न उनके परिवार में इससे संबंधित ऐसी कोई बीमारी है। फिर रामदेव ने आस्था टीवी के मंच से झूठ क्यों बोला?
- 3. रामदेव ने कहा था कि उन्होंने राजीव के इलाज पर (कथित हार्ट अटैक वाले दिन) 25 लाख खर्च किए थे। जबकि अस्पताल के बिल बताते हैं कि मात्र 27 हजार खर्च हुए थे।
- 4. मेरा सवाल रामदेव से अधिक पीएम ऑफिस से था कि जब 2019 में राजीव दीक्षित की मौत को लेकर पीएमओ ने जांच का आदेश दिया था तो दुबारा जांच करने के पीछे क्या कारण थे? क्या पीएमओ भी मानता है कि राजीव की मौत संदिग्थ थी? अगर दुबारा जांच करने के लिए पर्याप्त कारण थे, तो उस जाँच का क्या हुआ? उसके बारे में आजतक कोई खबर बाहर क्यों नहीं आई?
- 5. क्या बाबा रामदेव नहीं चाहते कि उनके अभिन्न मित्र राजीव दीक्षित की संदिग्ध मौत के पीछे की जांच हो? उन्हें न्याय मिले? क्या राजीव दीक्षित के करोड़ों समर्थकों को उनकी मौत के पीछे का असली कारण नहीं पता चलना चाहिए?
बाबा पर लगातार हमलावर रहे सिंह
यह पहला मौका नहीं है जब सिंह ने बाबा रामदेव को घेरा है। दिग्विज सिंह शुरू से ही बाबा रामदेव को लेकर हमलावर रहे हैं और उनकी दवाओं, उत्पादों पर हुए दावों पर लगातार सवाल खड़े करते रहे हैं। बाबा रामदेव भी अपने उत्पादों को लेकर हमेशा चर्चा में रहते हैं। इसके पहले कोविड के दौरान दवा बाजार में लाने पर और दावा करने पर भी आपत्ति ली गई थी। अब सुप्रीम कोर्ट ने उनके उत्पादों को लेकर किए जाने वाले प्रचारों पर आपत्ति ली है।