Bhopal. मप्र में विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस और बीजेपी के बीच वाकयुद्ध तेज हो गया है। पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह ने कहा है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया को रोकने के लिए पिछोर से कांग्रेस के विधायक केपी सिंह को शिवपुरी सीट से टिकट दिया गया, लेकिन सिंधिया डर के मारे भाग गए। दिग्विजय ने मीडिया से चर्चा के दौरान कहा, चुनाव में उम्मीदवारों का चयन सबसे खराब काम है। टिकट बदलने की संभावनाओं पर दिग्विजय ने कहा कि मैं इसके लिए अधिकृत नहीं हूं।
दिग्विजय ने चलाए शब्दों के दो तीर...
1- शिवराज पर निशाना: सीएम शिवराज सिंह को लेकर दिग्विजय ने कहा कि 'इतना बड़ा झूठा और नाटक-नौटंकी करने वाला मुख्यमंत्री मैंने आज तक नहीं देखा। अब तो नरेंद्र मोदी भी इनसे खतरा महसूस कर रहे हैं कि ये हमसे बड़े नौटंकीबाज कैसे हो गए?'
2- टिकट की सियासत : कांग्रेस का दामन थामने वाले कोलारस से बीजेपी विधायक वीरेंद्र रघुवंशी टिकट नहीं मिलने से नाराज चल रहे हैं। उन्हें लेकर दिग्विजय ने कहा कि हमने उन्हें शिवपुरी से लड़ाने का वादा किया था। इसी बीच संभावना ऐसी बनी कि बीजेपी सिंधिया को शिवपुरी से टिकट देगी। इसलिए शिवपुरी से लड़ने के लिए केपी सिंह को लाया गया। दिग्विजय बोले, मैं केपी सिंह को धन्यवाद देता हूं कि वे पिछोर छोड़कर सिंधिया के खिलाफ शिवपुरी से लड़ने के लिए तैयार हो गए।
उम्मीदवारों का चयन सबसे खराब काम
दिग्विजय ने कहा कि उम्मीदवारों का चयन सबसे खराब काम है, जो भी व्यक्ति दावेदारी करता है, वो कहता है कि मैं कम से कम 25 हजार वोटों से जीतूंगा। इस बार 4 हजार दावेदार थे। इन 4 हजार में से 230 को कैसे चुनें? कोई लिखित परीक्षा तो होती नहीं। संगठन का समर्थन, जीत की संभावनाएं यही देखा जाता है। कांग्रेस पार्टी ने जो प्रक्रिया अपनाई, उसमें बहुत पारदर्शी तरीके से चयन हुआ है।
बीजेपी का फेवरेट टारगेट दिग्विजय है...
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि बीजेपी का फेवरेट टारगेट दिग्विजय सिंह है। उनके लिए सबसे अच्छा टारगेट हम हैं। जैसे बॉक्सिंग सीखने के लिए पंचिंग बैग टंगा रहता है। उस बैग पर मुक्के मारते हैं और वह हिल-हिल कर फिर वहीं खड़ा हो जाता है। वही हालत दिग्विजय सिंह की है।