मनीष गोधा@ JAIPUR.
राजस्थान में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और निर्दलीय विधायक ओम प्रकाश हुडला के निवास पर गुरुवार (26 अक्टूबर) को हुई प्रवर्तन निदेशालय की छापेमारी लगभग पूरे दिन चली और इसके बाद दोनों ही नेताओं ने खुद को पूरी तरह से निर्दोष और पाक साफ होने के दावे किए हैं। गोविंद सिंह डोटासरा ने अपने निवास पर झूठे समर्थकों से कहा की पेपर लीक मामले में मेरा रोल साबित हो जाए तो मेरा नाम बदल देना। वहीं ओम प्रकाश हुडला ने कहा कि उनपर आरोप साबित हो जाए तो वह आत्महत्या कर लेंगे।
भाजपा के लोग खत्म करना चाहते हैं लोकतंत्र
गोविंद सिंह डोटासरा के जयपुर स्थित निवास पर प्रवर्तन निदेशालय की सर्च की कार्रवाई गुरुवार दोपहर खत्म हो गई थी, लेकिन उनके सीकर स्थित निवास पर ईडी की टीम देर शाम तक मौजूद थी। उनके जाने के बाद डोटासरा अपने समर्थकों से मिले और उन्होंने कहा कि भाजपा के लोग लोकतंत्र को खत्म करना चाहते हैं। वह अपने विरोधियों की इमेज में डेंट करके चुनाव लड़ना चाहते हैं। मेरे सामने चुनाव लड़ रहे प्रत्याशी सुभाष महरिया पिछले कई दिन से कह रहे हैं कि पेपर लीक किसने किया। उन्होंने कहा कि मैं कहना चाहता हूं कि गोविंद सिंह डोटासरा का पेपर लीक या किसी भी भ्रष्टाचार में एक सुई की नोक के बराबर भी रोल मिल जाए तो मेरा नाम बदल देना। डोटासरा ने कहा कि हम डरने वाले लोग नहीं हैं। कांग्रेस पार्टी हमारी मां है और इसके विचारधारा और सरकार के कामों को जनता तक पहुंचाने के लिए हम जितनी ताकत से पहले काम कर रहे थे उससे दोगुनी ताकत से काम करेंगे। उन्होंने चुनौती दी की सुभाष महरिया, राजेंद्र राठौड़ और मेरी संपत्तियों की जांच हो और यदि जरा भी गड़बड़ मिले तो मैं पूरी जिंदगी जेल में रहने के लिए तैयार हूं।
पूरे मकान और ऑफिस की तलाशी ली- डोटासरा
ईडी कार्रवाई को लेकर डोटासरा बोले- सुबह 8 बजे मैं कार्यकर्ताओं से मिल रहा था। इस दौरान 4-5 अधिकारी आए और उन्होंने सर्च करने की बात कहीं। मैंने उनका स्वागत करते हुए कहा कि मैं कार्रवाई में सहयोग करूंगा। आप तलाशी लें, मेरा पूरा परिवार भी तैयार हैं। उन्होंने पूरे मकान और ऑफिस की तलाशी ली। तलाशी के बाद छोटे बेटे अविनाश का स्टेटमेंट लिया। ईडी के अधिकारियों ने मेरे दोनों बेटों का मोबाइल लिया। मेरे छोटे बेटे अविनाश (अकाउंटेंट) के नाम से एक वारंट था। उस पर साइन करने की बात कही, लेकिन मैंने नहीं किया। डोटासरा ने कहा कि यह वातावरण बीजेपी ने बनाया है। यह केवल इसलिए है कि कांग्रेस पार्टी जीत रही है। किरोड़ी लाल मीणा, राजेंद्र राठौड़, गजेंद्र सिंह शेखावत, सुभाष महारिया काफी दिनों से हल्ला कर रहे थे कि डोटासरा के ईडी की रेड होगी।
कलाम कोचिंग को लेकर किए सवाल-जवाब
डोटासरा ने कहा कि ईडी की टीम उनके और उनके दोनों बेटों के मोबाइल और दोनों बेटों की ईमेल आईडी लेकर गई है। उनकी ईमेल आईडी खुली नहीं, ऐसे में उन्होंने ईमेल आईडी को डिलीट नहीं करने का एफिडेविट लिया है। डोटासरा ने कहा कि टीम ने मेरे बेटों से सवाल-जवाब किए। कलाम कोचिंग से हमारे परिवार के संबंध के बारे में पूछा है। पेपरलीक का एक भी सवाल परिवार के किसी सदस्य से नहीं पूछा गया। डोटासरा ने कहा कि भाजपा इस तरह की कार्रवाई करवाकर केवल हमारा टाइम वेस्ट करना और डराना चाहती है। इसके बाद भी हम न तो डरने वाले हैं और न ही प्रेशर में आने वाले हैं।
कांग्रेस को बदनाम करने की कोशिश कर रहा भाजपा
डोटासरा ने कहा कि मैं कांग्रेस पार्टी के लिए कुर्बान होने को तैयार हूं। सरकार को बदनाम करने के लिए वातावरण बनाया जा रहा है। गोविंद डोटासरा आज जनता की वजह से एमएलए है। मैंने मेरे जीवन में ऐसा काम नहीं किया, जिससे कि किसी का नाक नीचे हो। हमने 8 से 9 घंटे तक पूछताछ में सहयोग किया। मेरे बेटे से पूछताछ हुई, उस बारे में मैं बता नहीं सकता। उन्होंने सर्च में जो कागजात देखें, उनमें मेरी विधानसभा में हुए काम और राजस्थान में जो योजनाएं दी, वह पंपलेट थे। वो उनके काम के नहीं थे। सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं के 2 कागज ईडी वाले छोड़कर गए हैं। वह सुबह राजेंद्र राठौड़ और माहरिया के घर पर डाक करूंगा और फिर ग्राउंड पर काम शुरू कर देंगे।
हुडला ने कहा आरोप साबित हुए तो आत्महत्या कर लूंगा
उधर, निर्दलीय विधायक ओमप्रकाश हुडला का भी एक वीडियो सामने आया है। इसमें वह एक भाजपा के राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा को चुनौती दे रहे हैं की जो आरोप मुझ पर लगाया गया है वह यदि आप साबित नहीं कर पाए तो आप जीना छोड़ देना और यदि आप यह साबित कर पाए या ईडी साबित कर पाई की रीट की परीक्षा में हमने एक पैसे का भी लेनदेन किया है तो मैं आत्महत्या कर लूंगा। हुडला का एक वीडियो और सामने आया है जिसमें वे अपने परिवारजनों के समक्ष रोते दिखाई दे रहे हैं।
दरअसल दौसा जिले में सांसद किरोड़ी लाल मीणा और ओमप्रकाश हुडला के बीच राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता जग जाहिर है। दोनों के बीच गजब का 36 का आंकड़ा है और हुडला पर ईडी को इसी से जोड़कर देखा जा रहा है। हालांकि हुडला के छोटे भाई को पुलिस ने एक प्रतियोगी परीक्षा के समय एक डमी कैंडिडेट के साथ पकड़ा था।