NEW DELHI. राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष और सीएम अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत से सोमवार को ईडी ने दिल्ली स्थित मुख्यालय में घंटों पूछताछ की। शाम को पूछताछ के बाद वैभव गहलोत ने कहा कि मेरी कंपनी और मेरा फॉरेन एक्सचेंज रेगुलेटरी एक्ट यानि फेमा से कोई संबंध नहीं है। हमने कभी किसी विदेशी कंपनी से लेनदेन नहीं किया। 10-12 साल पहले ही इन आरोपों के संबंध में जवाब दे चुका हूं। इसके बावजूद को मुझे नोटिस देकर बुलाया गया। उन्होंने बताया कि उन्हें 16 नवंबर को फिर से पूछताछ के लिए बुलाया गया है।
25 अक्टूबर को किया था तलब
ईडी ने वैभव गहलोत को 25 अक्टूबर को नोटिस देकर बुलाया था जिस पर वैभव ने ईडी के समक्ष पेश होने के लिए 30 अक्टूबर तक का समय मांगा था। वकीलों से परामर्श के बाद उन्होंने अपनी कंपनियों के दस्तावेज ईडी के समक्ष प्रस्तुत कर दिए।
मनी लॉड्रिंग और मॉरीशस कनेक्शन को लेकर हुई पूछताछ
वैभव की कंपनी पर मॉरीशस रूट के जरिए शैल कंपनी के थ्रू 100 करोड़ रुपए भेजने के आरोप हैं। जून महीने में सांसद किरोणीलाल मीणा ने इस संबंध में ईडी को शिकायत दी थी। शिकायत में आरोप था कि सीएम गहलोत और उनके परिवार के पैसे को हवाला के जरिए मॉरीशस पहुंचाया गया है। मीणा ने फेमा उल्लंघन की जांच करने की मांग शिकायत में की थी।