JAIPUR. चुनाव से पेपर केंद्रीय एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी ने शुक्रवार को जयपुर और डूंगरपुर में बड़ी कारवाई करते हुए राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत के करीबी कांग्रेस नेता दिनेश खोड़निया और उनके रिश्तेदार अशोक जैन के घर छापेमारी की। इस मामले में राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी यानी आरएलपी की महिला मोर्चा की अध्यक्ष स्पर्धा चौधरी भी एड के निशाने पर हैं और जयपुर में उनके यहां भी छापेमारी की गई है। इस बीच बीजेपी के राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने जयपुर में गणपति प्लाजा में स्थित एक दुकान में 100 लाकर ढूंढ निकाले हैं और उनका दावा है कि इनका संबंध इस पूरे मामले से है और यह 500 करोड़ का घोटाला है।
कई गाड़ियों में सवार होकर सागवाड़ा पहुंची ED की टीम
राजस्थान में प्रतियोगी परीक्षाओं के क्वेश्चन पेपर लीक मामले में प्रवर्तन निदेशालय पहले से ही कार्रवाई कर रहा है और इसे लेकर कई जगह छापेमारी की जा चुकी है। इसी मामले में आज प्रवर्तन निदेशालय ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नजदीकी माने जाने वाले कांग्रेस नेता दिनेश खोड़निया और उनके एक रिश्तेदार अशोक जैन के डूंगरपुर स्थित निवास पर छापेमारी की। दोनों के घरों पर ईडी के पहुंचते ही हड़कंप मच गया। वहीं, उनके घरों के बाहर हथियारबंद जवान तैनात कर घरों की तलाशी ली गई। कार्रवाई के लिए ईडी की दो अलग-अलग टीमें सात से आठ गाड़ियों में सवार होकर सागवाड़ा पहुंची। एक टीम मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के करीबी कांग्रेस नेता दिनेश खोड़निया के घर पहुंची जबकि, दूसरी टीम पुनर्वास कॉलोनी स्थित उनके रिश्तेदार अशोक जैन के घर गई। वहीं, इस दौरान दोनों के घरों के बाहर सीआरपीएफ के हथियारबंद जवान तैनात कर दिए गए, ताकि कोई बाहर से भीतर प्रवेश न कर सके। ईडी के अधिकारियों ने दोनों घरों में दस्तावेज खंगाले। साथ ही पेपर लीक केस को लेकर पूछताछ किए जाने की भी बात कही जा रही है।
आरएलपी की महिला नेता के खिलाफ मिले सबूत
सीएम के करीबी दिनेश खोड़निया की सिफारिश पर ही आरपीएससी में बाबूलाल कटारा की नियुक्ति होने की बात सामने आई थी। ऐसे में उनकी नियुक्ति को लेकर लेनदेन के भी आरोप लगे थे। इसी मामले के तार आरएलपी की महिला नेता स्पर्द्धा चौधरी से भी जुड़ रहे हैं। पेपर लीक मामले के मुख्य आरोपी भूपेंद्र सारण से तीन दिन की पूछताछ में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को दिनेश खोड़निया और स्पर्द्धा चौधरी के खिलाफ कई अहम सबूत हाथ लगे हैं। ऐसे में ईडी ने जयपुर में स्पर्द्धा चौधरी और जोधपुर में इनसे जुड़े किसी शख्स के ठिकाने पर भी छापे मारे हैं। हालांकि, इस पूरी कार्रवाई को लेकर ईडी की ओर से आधिकारिक रूप से कोई बयान जारी नहीं किया गया है। ईडी से जुड़े सूत्रों के अनुसार शिक्षक भर्ती परीक्षा के पेपर लीक मामले में 9 अक्टूबर को मुख्य आरोपी भूपेंद्र सारण को ईडी ने गिरफ्तार कर तीन दिन तक पूछताछ की थी। इस पूछताछ में कई अहम जानकारियां ईडी के हाथ लगी हैं। इन्हीं जानकारियों के आधार पर आज जयपुर, जोधपुर और डूंगरपुर में ईडी की टीमों ने छापेमारी कर पुख्ता सबूत जुटाए हैं। बताया जा रहा है कि दिनेश खोड़निया की आरपीएससी के सदस्य रहे और पेपर लीक मामले के मुख्य सूत्रधार बाबूलाल कटारा से घनिष्ठता रही। वहीं स्पर्द्धा चौधरी की पेपर लीक मामले के फरार आरोपी सुरेश ढाका से जानकारी बताई जा रही है। जोधपुर में भी सुरेश ढाका के संपर्क के लोगों पर ईडी की कार्रवाई की जानकारी है। गौरतलब है कि आरपीएससी की शिक्षक भर्ती परीक्षा के पेपर लीक मामले में 9 अक्टूबर को ईडी ने भूपेंद्र सारण को जेल से प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार किया था। उसे तीन दिन की रिमांड पर लेकर ईडी ने पेपर लीक मामले से जुड़े कई पहलुओं पर गहनता से पूछताछ की। राजस्थान लोक सेवा आयोग की शिक्षक भर्ती परीक्षा के पेपर लीक मामले में ईडी ने आरपीएससी के सदस्य रहे बाबूलाल कटारा और अनिल उर्फ शेरसिंह मीणा को भी गिरफ्तार किया था। दोनों को 15 सितंबर को जेल से प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार करने के बाद ईडी ने तीन दिन तक पूछताछ की थी। पूछताछ पूरी होने के बाद दोनों को फिर से न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया। हालांकि, इस मामले में शुरुआती जांच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के अधीन काम करने वाली एजेंसी एसओजी ने की थी, लेकिन एसओजी की जांच कटारा तक ही सीमित रही। जबकि ईडी ने कटारा द्वारा दी गई जानकारियों के आधार पर सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी के नेताओं पर भी कारवाई की है।
दिनेश खोड़निया और अशोक जैन पर हुई कार्यवाही को ही बड़ा माना जा रहा है। इससे प्रदेश कांग्रेस में हड़कंप मच गया है।असल में भर्ती परीक्षाओं के प्रश्न पत्र उन लोगों ने आउट किए जो सरकार में प्रभावशाली भूमिका निभा रहे हैं। यदि ईडी दिनेश खोड़निया और अशोक जैन को गिरफ्तार करती है तो कांग्रेस की राजनीति में भूचाल आएगा। यह सब तब हो रहा है, जब विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस उम्मीदवारों की सूची जारी होने की कवायद अंतिम चरण में है।
किरोड़ी लाल ने ढूंढे सौ लॉकर
इस बीच इस मामले में भाजपा के राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने भी शुक्रवार सुबह जयपुर में एक प्रेस वार्ता कर सौ लॉकर खोज निकालने का दावा किया। मीणा ने इस मामले में आयोग के अध्यक्ष संजय श्रोत्रिय पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं। मीणा का कहना है कि बाबूलाल कटारा आयोग में बैठ कर भर्ती परीक्षाओं के पेपर बेचता रहा और अध्यक्ष को खबर तक नहीं लगी। ऐसा कैसे हो सकता है? मीणा ने आयोग में उच्च स्तर पर भ्रष्टाचार होना बताया है। मीणा ने बताया कि जिस स्पर्धा चौधरी के आवास पर ईडी की कार्यवाही हो रही है वह हनुमान बेनीवाल की आरएलपी की महिला मोर्चे की प्रदेश अध्यक्ष हैं। स्पर्धा ने विधानसभा का 2018 का चुनाव फुलेरा से आरएलपी के प्रत्याशी के तौर पर लड़ा था। मीणा ने कहा कि यह जग जाहिर है कि पेपर लीक कांड का सरगना सुरेश ढाका है और स्पर्धा चौधरी ढाका की मित्र हैं। स्पर्धा चौधरी को भी पेपर लीक के बहुत से राज मालूम है, उन्होंने कहा कि अशोक गहलोत की सरकार की जांच एजेंसियां सुरेश ढाका को गिरफ्तार नहीं करेंगी। यदि ढाका गिरफ्तार होता है तो गहलोत सरकार के कई मंत्रियों और विधायकों के चेहरे पर से नकाब उतर जाएगी। मीणा ने कहा कि हनुमा बेनीवाल मेरे मित्र हैं और मैं उनसे आग्रह करता हंू कि स्पर्धा चौधरी को महिला मोर्चे के अध्यक्ष पद से हटाया जाए। नहीं तो उन पर भी कई सवाल उठेंगे। मीणा ने कहा कि शिक्षक भर्ती परीक्षा के प्रकरण में उन्होंने ईडी को महत्वपूर्ण दस्तावेज उपलब्ध करवाए हैं। आज जब ईडी ने कांग्रेस नेता दिनेश खोडनिया के यहां कार्यवाही की है, तब अनेक राज सामने आ जाएंगे। मेरी जानकारी में आया है कि आयोग के अध्यक्ष संजय श्रोत्रिय ने दिनेश खोडनिया की सिफारिश पर ही सदस्य बाबूलाल कटारा को परीक्षाओं के प्रश्न पत्र सेट करने की जिम्मेदारी दी। आयोग के नियमों के मुताबिक सिर्फ अध्यक्ष ही पेपर सेट करते हैं। लेकिन संजय श्रोत्रिय ने अपना काम एक सदस्य को सौंप दिया। मीणा ने ईडी के अधिकारियों से आग्रह किया कि संजय श्रोत्रिय को बुलाकर पूछताछ की जाए। मीणा ने कहा कि दिनेश खोडनिया के माध्यम से अब ईडी की जांच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत तक पहुच रही है।
कालेधन के बाहर धरना:
प्रेस कॉन्फ्रेंस के सांसद मीणा अपने साथ सभी मीडिया कर्मियों को जयपुर में गणपति प्लाजा टावर के तहखाने में ले गए। यहां प्राइवेट स्तर पर करीब सौ लॉकर संचालित हैं। मीणा ने आरोप लगाया कि राजस्थान में पेपर लीक से जो काला धन कमाया गया, वह इन्हीं लॉकरों में छुपा हुआ है। उन्होंने कहा कि ये लॉकर कांग्रेस नेता दिनेश खोडनिया और उनके परिवार के सदस्यों के हैं। इन लॉकरों में करोड़ों रुपया नकद और पचास किलो सोना भरा हुआ है। मीणा ने कहा कि अब वे इन लॉकर्स के बाहर ही धरने पर बैठ गए हैं। मीणा ने जयपुर के जयपुर कमिश्नर से मांग की कि लॉकर के मालिकों को बुलाकर तलाशी ली जाए।
जहां किरोड़ी ने ढूंढे सौ लॉकर वहां पहुंचा इनकम टैक्स
भाजपा के राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने जयपुर के गणपति प्लाजा में जहां 500 करोड़ का कला धन होने का दावा करते हुए धरना दिया था वहां शुक्रवार शाम को इनकम टैक्स ने छापा मारा। राजस्थान के प्रश्न पत्र लीक मामले में शुक्रवार सुबह ईडी के छापों के बाद शाम को इनकम टैक्स विभाग ने भी छापे मार कार्रवाई की है। इनकम टैक्स ने जयपुर के गणपति प्लाजा में बने लॉकर्स में छापा मारा है। मीणा सुबह मीडिया के साथ प्लाजा के बेसमेंट में पहुंचे थे। यहां मौजूद प्राइवेट लॉकर्स को लेकर सांसद ने दावा किया था कि इनमें काला धन मौजूद है। किरोड़ीलाल मीणा करीब सवा 2 घंटे यहीं धरने पर बैठे रहे थे। वहीं जयपुर में ईडी की टीम सिविल लाइंस स्थित दिनेश खोड़निया के आवास पर सर्च की करवाई की। दिनेश के आवास पर सुबह 5 बजे टीम पहुंची थी। उस समय फ्लैट पर ताला लगा हुआ था। सुरक्षा एजेंसियों ने संबंधित व्यक्तियों को फोन कर चाबी मांगी। इसके बाद अब सर्च प्रक्रिया शुरू हुई। खोड़निया के डूंगरपुर स्थित आवास पर भी छापेमारी की गई थी।