BHOPAL. लोकतंत्र के महाकुंभ में आज मतदान की आहुतियां डाली जानी हैं। ऐसे में उन वोटर्स की बात करना लाजमी है जो अपनी उम्र का सैकड़ा पूरा कर चुके हैं। बात अगर शतायु वोटर्स की हो तो इनकी सबसे ज्यादा तादाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के गृहजिले सीहोर में है। पूरे प्रदेश में 5,253 शतायु वोटर्स हैं जिनमें महिलाओं की संख्या 3,761 है जबकि पुरुष सिर्फ 1492 हैं। सबसे कम शतायु वोटर्स कुपोषण के लिए पहचाने जाने वाले श्योपुर में हैं।
ये हैं सबसे उम्रदराज मतदाता
प्रदेश के सबसे उम्रदराज मतदाता के रूप में बड़वानी के नाना भील की पहचान की गई है। इनकी उम्र 118 वर्ष बताई जाती है। नाना बड़वानी की पानसेमल तहसील के गवाड़ी गांव में निवास करते हैं। ये अपने गांव के पंच भी रह चुके हैं। नाना भील बताते हैं कि वे अब तक करीब 100 मर्तबा मतदान कर चुके हैं, इस बार भी पूरे जोश और उत्साह के साथ मतदान करेंगे। नाना भील की इच्छा है कि सरकार वृद्धावस्था पेंशन 2000 रूपए कर दे।
पानसेमला में ही 112 साल की वोटर कुंवरबाई
पानसेमला में ही 112 वर्ष की कुंवरबाई भी रहती हैं। कुंवरबाई का दावा है कि उन्होंने अब तक 80 बार वोट डाला है। घुटने जवाब दे चुके हैं, चलने फिरने में काफी परेशानी होती है, लेकिन कहती हैं कि वोट डालने तो जरूर जाएंगी। इधर भोपाल के खजूरीकलां की चंदा बी 102 साल की हैं। दावा करती हैं कि अब तक करीब 75 बार मतदान किया है। चंदा बी कहती हैं कि मतदान हमारा अधिकार ही नहीं बल्कि कर्तव्य भी है।
बड़े शहरों के ये हाल
प्रदेश की राजधानी भोपाल में 165 शतायु वोटर्स हैं। जिनमें 100 तो महिलाएं ही हैं। इंदौर की बात की जाए तो यहां 172 शतायु वोटर्स हैं जिनमें 105 महिलाएं तो 67 पुरुष मतदाता हैं। जबलपुर में केवल 60 शतायु वोटर्स हैं जिनमें 37 महिलाएं तो 23 पुरुष मतदाता शामिल हैं। वहीं ग्वालियर में 129 शतायु वोटर्स हैं जिनमें 91 महिलाएं हैं।