संजय गुप्ता, INDORE. स्वच्छता को लेकर इंदौर के नंबर वन रहने पर विवादित टिप्पणी करने को लेकर अशनीर ग्रोवर के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। अशनीर के खिलाफ इंदौर के लसूड़िया थाने में मानहानि की धाराओं के तहत मामला दर्ज हुआ है।
इंदौर के लसूड़िया थाने में FIR दर्ज
मोटिवेशनल स्पीकर और भारत पे के पूर्व सह फाउंडर अशनीर ग्रोवर ने रविवार को राष्ट्रीय स्वच्छता सर्वेक्षण में इंदौर के लगातार नंबर 1 रहने को लेकर जीतो के कार्यक्रम में विवादित बयान दिया था। ग्रोवर ने इंदौर की सफाई को लेकर कहा था कि इंदौर ने तो स्वच्छता सर्वे खरीदा है। रैपर उठाने को सफाई नहीं कहते हैं। उनके इस बयान को लेकर जनता से लेकर नेताओं तक ने तीखी प्रतिक्रिया दी थी। महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने इसे आमजन और सफाई कर्मियों की मेहनत का अपमान बताया था और एफआईआर कराने की बात कही थी। आखिरकार यह एफआईआर लसूड़िया थाने में सोमवार को दर्ज हो गई।
इन धाराओं में केस दर्ज
अशनीर ग्रोवर पर आईपीसी की धारा 499 और 500 के तहत केस किया गया है। धारा 499 के तहत मानहानि करना है और 500 में इसके तहत दो साल की सजा का भी प्रावधान है। आवेदक रामेश धावरी के आवेदन पर यह एफआईआर हुई है।
आवेदन में यह कहा गया है-
आवेदन में कहा गया है कि ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में जीतो के आयोजन के दौरान अशनीर ग्रोवर ने कहा कि दो-तीन बार से सुन रहा हूं कि सफाई में इंदौर नंबर वन है, सड़कों से रेपर उठाने को सफाई नहीं कहते हैं, मुझे तो लगता है कि स्वच्छता सर्वे खरीद रखा है। इंदौर नगर निगम को साल 2017 से ही सफाई में नंबर वन का खिताब केंद्र द्वारा दिया जा रहा है। निगम के सफाई कर्मचारियों, रहवासियों के सहयोग, कचरा निपटान के लिए ट्रेचिंग ग्राउंड पर हो रहे काम से यह मिलता है। ग्रोवर का वचन इंदौरवासियों, सफाईकर्मियों, भारत सरकार का अपमान है। उन्होंने इंदौर पर झूठा लांछन लगाया है।