BHOPAL. राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में पॉलिटेक्निक कॉलेज की फैकल्टी छात्रों को सेमेस्टर एग्जाम के पेपर कुछ हजार रुपए में बेच रहे हैं। इस बात का खुलासा एक वीडियो में हुआ है। जिसमें कॉन्ट्रेक्ट फैकल्टी 5 हजार रुपए में पेपर बेचते दिखाई दिए हैं। वीडियो में पेपर के लिए डील करते हुए दिखाई और सुनाई दे रहा है। वीडियो सामने आने के बाद विश्वविद्यालय ने 3 कॉन्ट्रेक्ट फैकल्टी को सस्पैंड किया है।
यह है वीडियो में
वीडियो में कॉन्ट्रेक्ट फैकल्टी छात्र से नगद लेता नजर आ रहा है। विश्वविद्यालय ने जांच में प्रथम दृष्टया दोषी पाए जाने पर सिविल ब्रांच के गौरव जैन, हिमांशु राय और सुरभि श्रीवास्तव को निलंबित किया है। तीनों कॉन्ट्रेक्ट फैकल्टी हैं। एक अन्य फैकल्टी सतीश अहिरवार को भी नोटिस जारी किया गया है।
एफआईआर नहीं हुई
विश्वविद्यालय अभी इस मामले में जांच ही कर रहा है, वहीं मामले में एफआईआर कराए जाने को लेकर फिलहाल चुप्पी साध ली गई है। बता दें कि बीते साल भी आरजीपीवी के पॉलिटेक्निक कॉलेज में गड़बड़ी की शिकायत मिली थी। जिसमें 15 से 20 हजार में पेपर की डीलिंग के ईमेल और स्क्रीनशॉट सामने आए थे। प्रिंसिपल ने साइबर सेल को मामले की जांच के लिए चिट्ठी लिखी थी लेकिन उसकी रिपोर्ट अभी तक नहीं आई है। उक्त मामले में भी फैकल्टी सतीश अहिरवार का नाम सामने आया था, लेकिन पुख्ता सबूत नहीं मिले। इस मामले में भी अहिरवार को नोटिस दिया गया है।
प्राचार्य डॉ आरके श्रीवास्तव का कहना है कि मामले में इंटर्नल कमेटी गठित कर दी गई है। वीडियो के आधार पर 3 को सस्पैंड किया गया है। एक को नोटिस भी जारी किया गया है। विश्वविद्यालय प्रशासन से उच्च स्तरीय जांच का अनुरोध किया है। एफआईआर का निर्णय वही लेंगे। इस मामले में बरकतुल्ला यूनिवर्सिटी के पूर्व रजिस्ट्रार डॉ एचएस त्रिपाठी कहते हैं कि यह गोपनीयता भंग करने और आर्थिक अपराध से जुड़ा मामला है। तत्काल एफआईआर होनी चाहिए। अधिकारी बचाव करेंगे तो उन पर भी सवाल खड़े होंगे।