BHOPAL. विधानसभा चुनाव से पूर्व भोपाल में किसानों ने सरकार से आरपार की लड़ाई लड़ने का मूड बना लिया है। संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले किसान आज से शाहजहांनी पार्क में प्रदर्शन शुरु करने जा रहे हैं। किसानों को भोपाल मास्टर प्लान 2031 से आपत्ति है। किसान मांग कर रहे हैं कि भोपाल-इंदौर रोड पर बड़े तालाब का कैचमेंट मास्टर प्लान 2020 की तरह रखा जाए। जबकि नए मास्टर प्लान में कैचमेंट का विस्तार किया गया है।
बैठक में बनी प्रदर्शन की रणनीति
किसानों ने अपने आंदोलन के लिए बैरागढ़ में रविवार को एक बैठक रखी थी। बैठक के बाद भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष अनिल यादव ने कहा कि टाउन एंड कंट्री प्लानिंग द्वारा बड़े तालाब का अवैधानिक रूप से विस्तार किया गया है। इंदौर रोड के दाईं तरफ कैचमेंट बताया है, जिसे हटाया जाना चाहिए। क्षेत्र में व्यावसायिक और आवासीय परमीशन दी जाए। यादव ने कहा कि जब तक कैचमेंट नहीं हटेगा, किसानों का आंदोलन जारी रहेगा।
2005 के मास्टर प्लान पर राजी
दरअसल किसानों की मांग है कि बड़े तालाब का कैचमेंट साल 2005 के मास्टर प्लान के हिसाब से होना चाहिए। जबकि डेवलपमेंट 2020 के मास्टर प्लान के मुताबिक हो। बता दें कि भोपाल के किसान लंबे समय से 2031 के मास्टरप्लान के प्रावधानों का विरोध कर रहे हैं।