JAIPUR. जयपुर में सरकार के मुख्यालय शासन सचिवालय में बुधवार, 1 नवंबर को सुबह एक भवन में आग लग गई। यह आग सचिवालय के लाइब्रेरी भवन की चौथी मंजिल पर लगी। जहां सरकार की सोशल मीडिया टीम बैठती है। बीजपी का आरोप है कि यह आग लगी नहीं है, बल्कि लगाई गई है ताकि सरकार की छवि चमकाने के नाम पर पिछले दिनों में जो भ्रष्टाचार किया गया है, उसके सबूत मिटाए जा सकें।
आग लगने समय स्टाफ नहीं था मौजूद
सुबह का समय होने से वहां कोई स्टाफ मौजूद नहीं था। इसलिए बड़ा हादसा टल गया। आग के कारण कमरे में रखा फर्नीचर और अन्य उपकरण जलकर खाक हो गए। गार्ड की मुस्तैदी और तत्परता के चलते जल्दी ही आग पर काबू पा लिया गया और बड़ा हादसा टल गया। प्रारंभिक तौर पर शार्ट सर्किट के कारण आग लगने की बात सामने आ रही है।
सोशल मीडिया टीम बैठती है इस कमरे में
सचिवालय में लाइब्रेरी भवन की चौथी मंजिल के जिस कमरे में आग लगी है। वहां से सरकार का सोशल मीडिया का काम देखने वाली टीम बैठती है। राजस्थान सरकार का ट्विटर हैंडल ऑपरेट करने वाला स्टाफ इसी कमरे में बैठकर काम करता है। ऐसे में इस कमरे में सरकारी कामकाज से जुड़ी फाइल या दस्तावेज भी नहीं हैं। हालांकि, आग की चपेट में आने से फर्नीचर खाक हो गया और कुछ उपकरण भी आग की चपेट में आए हैं।
प्रतिपक्ष में बैठी बीजेपी का आरोप है कि यह आग लगाई गई है। पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता लक्ष्मीकांत भारद्वाज का कहना है कि सरकार ने पिछले कुछ समय में अपनी छवि चमकाने के लिए एक निजी कंपनी को करोड़ों रुपए का भुगतान किया है और क्योंकि अब सरकार बदलने वाली है, इसलिए जनता के पैसे से किए गए घोटालों को दबाने के लिए यह आग लगाई गई है। उन्होंने चुनाव आयोग से मांग की है कि इस घटना की किसी स्वतंत्र एजेंसी से जांच कराई जाए।