JAIPUR. राजस्थान के गठन के बाद यह पहला मौका होगा जब राजस्थान के सभी विधायक एक साथ एक ही परिसर में रहेंगे। ऐसा इसलिए हो रहा है कि इस बार राजस्थान के नए विधायकों को सरकार की ओर से रहने के लिए नए लग्जरी फ्लैट दिए जाएंगे। पिछली सरकार ने 2 साल का समय लगाकर सभी विधायकों के लिए एक साथ एक ही जगह फ्लैट्स का निर्माण करवाया है। अब नई विधानसभा के गठन के साथ ही नए विधायकों को ये नए फ्लैट मिल जाएंगे। इन फ्लैट्स का सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि यह फ्लैट विधानसभा के बिल्कुल पास में है और विधानसभा तक आने के लिए विधायकों को अपनी गाड़ियों का पेट्रोल खर्च नहीं करना पड़ेगा वहीं विधायकों के आवास पर अलग-अलग सुरक्षा गार्ड लगाने और अन्य व्यवस्थाएं करने का खर्च भी बच जाएगा, क्योंकि विधायकों के लिए जो परिसर तैयार किया गया है उस परिसर में एटीएम और बैंक से लेकर स्विमिंग पूल और क्लब हाउस तक की हर तरह की सुविधा उपलब्ध कराई गई है।
कैबिनेट मंत्री, राज्य मंत्री के लिए अलग व्यवस्था
राजस्थान में वैसे तो 200 विधायक हैं लेकिन इनमें से 30 मंत्री और 10 अन्य ऐसे विधायक होते हैं, जिन्हें कैबिनेट मंत्री या राज्य मंत्री का दर्जा प्राप्त होता है। ऐसे में उनके लिए अलग बंगलो की व्यवस्था है। यह बंगले सिविल लाइंस और गांधीनगर में स्थित है। बाकी बचे 160 विधायक अब तक जयपुर में अलग-अलग स्थान पर रहते थे। इनके लिए विधानसभा के पास ज्योति नगर में, एमआई रोड पर विधायक पुरी और जालूपुरा में विधायक आवास बने हुए थे।
अगस्त के महीने में तत्कालीन सीएम अशोक गहलोत ने किया था लोकार्पण
पिछली सरकार ने विधानसभा के पास ज्योति नगर में बने विधायक आवासों को तुड़वाकर यहां पर बहुमंजिला फ्लैट्स का निर्माण करवाया है। सभी विधायकों के एक ही स्थान पर फ्लैट बनाने की परियोजना हालांकि पिछले लंबे समय से विचाराधीन थी, लेकिन पिछले स्पीकर सीपी जोशी ने इस मामले में तेजी से काम किया और तत्कालीन नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने भी अपने विधायकों को इस मामले में समझा बूझाकर इस योजना को आगे बढ़ाया हालांकि पूर्व स्पीकर और बीजेपी के विधायक कैलाश मेघवाल ने इसका कड़ा विरोध किया था और ऐसे विधानसभा की सुरक्षा के लिए खतरा भी बताया था। क्योंकि विधायक निवास बिल्कुल विधानसभा के पास में ही बने हैं और बहु मंजिला इमारत है। लेकिन बाद में उन्हें भी समझाया गया और बताया गया कि किस तरह की सुरक्षा इंतजाम रहेंगे तो वह भी मान गए और अब विधायक निवास बनकर तैयार है। अगस्त के महीने में तत्कालीन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इनका लोकार्पण भी कर दिया। अब सिर्फ उनके आवंटन का इंतजार है। नई विधानसभा के गठन के बाद स्पीकर के अध्यक्षता में आवास समिति का गठन होगा और यह आवास समिति विधायकों को यह आवास आवंटित करेगी।
विधानसभा से चंद कदम की दूरी
इन विधायक के आवास की सबसे बड़ी खासियत यही है कि यह विधानसभा से चंद कदम की दूरी पर है। पिछले विधायक आवासों में से कुछ ही विधानसभा के नजदीक थे बाकी सब काफी दूरी पर थे। ऐसे में अब विधायकों को विधानसभा आने के लिए अपनी गाड़ियों का इस्तेमाल करने की जरूरत नहीं रहेगी। विधायक आवास और विधानसभा में विधायकों का प्रवेश द्वार आमने-सामने ही है। जहां विधायक आवास बनाए गए हैं, वह जयपुर का बेहद पॉश इलाका है। यहां से सचिवालय और मंत्रियों के निवास भी बहुत ज्यादा दूरी पर नहीं है।
24,160 वर्ग मीटर में तैयार हुआ है परिसर
विधानसभा के पास जहां यह भव्य विधायक आवास परिसर बयाया गया है पहले यहां विधायकों के पुराने 54 आवास थे। पुराने भवन काफी जर्जर हो गए थे और संख्या भी काफी कम थी। ऐसे में अगस्त 2021 में राज्य सरकार ने यहां नई इमारत बनाने का निर्णय लिया था। कुल 24,160 वर्ग मीटर एरिया में 6 ब्लॉक बनाए गए हैं। यहां कुल 160 फ्लैट बनाए गए हैं। प्रत्येक फ्लैट 3200 स्क्वायर फीट का है। ये फ्लैट अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त हैं। यहां कुल 6 ब्लॉक बनाए गए हैं, जिनमें 4 टावर में 32-32 फ्लैट और 2 टावर में 16-16 फ्लैट बनाए गए हैं। हर टावर की अधिकतम ऊंचाई 28 मीटर रखी गई है।
अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित हैं ये फ्लैट्स
विधायकों को मिलने वाले ये सभी फ्लैट 4 बीएचके है, यानी 4 बैडरूम वाले हैं। हर फ्लैट में 4 कमरे, बड़ा हॉल, खुली हवा आने वाला किचन और आधुनिक वॉशरूम बनाए गए हैं। हर कमरे का इंटीरियर, कलर स्कीम्स, पर्दे, पेंटिंग्स, कारपेट, एंटिक और ओरनामेंटल ऑब्जेक्ट्स बहुत ही खूबसूरत हैं. हर फ्लैट में लगाए गुणवत्तायुक्त और आकर्षक फर्नीचर, डबल बेड, सोफा, कुर्सियां, डाइनिंग टेबल, एलईडी, फ्रीज, एसी, पंखे, आरओ, मॉडयूलर किचन, साज-सज्जा जैसी लक्जरी सुविधाओं का भी खास ध्यान रखा गया है।
फिटनेस के योग-मेडिटेशन सेंटर और स्वीमिंग पूल भी
विधायकों को ऊर्जावान और फिजिकली फिट बनाए रखने के लिए सेन्ट्रल पार्क, क्लब हाउस, स्वीमिंग पूल, जिम, योग-मेडिटेशन सेंटर, बिलियर्डस व टेबल टेनिस, इन्डोर गेम्स का भी प्रावधान किया गया है।
900 से ज्यादा व्हीकल हो सकेंगे एक साथ पार्क
परिसर में डबल बेसमेंट में स्मार्ट पार्किंग की भी सुविधा उपलब्ध करवाई जा रही है, जिसमें दोनों मंजिलों को मिलाकर 921 चौपाहिया वाहन-ईसीयू एक साथ पार्क किए जा सकेंगे। विधायकों द्वारा पार्किंग एप डाउनलोड करने पर पार्किंग से जुड़ी तमाम जानकारियां मोबाइल पर भी उपलब्ध हो सकेंगी। फुली डिजिटल डिस्प्ले और जीपीएस से जुड़ी पार्किंग यूजर को ऑटोमेटिक खाली जगह ट्रेस कर सूचित भी कर सकेगी। पूरी तरह वाय-फाई सुविधा से लैस विधायक आवास में 25 ईवी चार्जिंग स्टेशंस का भी निर्माण किया गया है, जिसमें सभी तरह के इलेक्ट्रोनिक व्हीकल्स को चार्ज किया जा सकेगा।
हर सुविधा कैंपस में, नहीं जाना पड़ेगा बाहर
परिसर के प्रत्येक ब्लॉक में विधायकों से मिलने के लिए क्षेत्र से आने वाले आगंतुकों के लिए ग्राउंड फ्लोर पर रिसेप्शन, वेंटिंग लॉन्ज, एडमिनिस्ट्रेटिव मीटिंग हॉल, मल्टीपपर्स हॉल, कॉन्फ्रेंस हॉल, पेंट्रिज, वॉशरूम्स, ड्राइवर डोरमेट्री कक्ष, लिफ्ट, सर्विस लिफ्ट और हर ब्लॉक्स पर 26 गेस्ट रूम हैं जिसमें 22 कमरे, 4 सुइट भी बनाए गए हैं। विधायकों की सुविधा के लिए कॉफी हाउस, रेस्टोरेंट, बैंक्वेट हॉल, सैलून, शॉप्स भी बनाई गई हैं। इसके अतिरिक्त एलौपेथी, आयुर्वेदिक और होम्योपैथी चिकित्सा सुविधा भी उपलब्ध रहेगी। यानी विधायकों को किसी भी काम के लिए बाहर नहीं जाना पडे़गा।
ग्रीनरी और लैंडस्केपिंग
विधायक आवास परिसर की ग्रीनरी पर विशेष रूप से ध्यान दिया गया है। विदेशों, हैदराबाद एवं पुणे से मंगवाएं आकर्षक श्रब्स, पैरिफेरियल-ओरनामेंटल प्लांट, ग्राउंड कवर और पेड़ लगाए गए हैं। इसके अलावा शानदार लैंडस्केपिंग की गई है। परिसर के सेन्ट्रल लॉन में राजस्थानी स्थापत्य कला के अनुरूप बारहदरी बनाई गई हैं, जहां आमेर की केसर क्यारियों की झलक भी देखने को मिलती है। परिसर के बीच ही शानदार फाउंटेन एवं म्यूजिकल वॉक-वे भी बनाया गया है, जहां विधायक और परिवार सुबह-शाम योगा व वॉक भी कर सकेंगे।
इन्हें मिलेंगे अलग बंगले
160 विधायकों के अलावा मुख्यमंत्री और 29 मंत्रियों को अलग बंगले दिए जाएंगे। इनके अलावा पूर्व मुख्यमंत्री, विधानसभा अध्यक्ष, विधानसभा उपाध्यक्ष, नेता प्रतिपक्ष सरकारी मुख्य सचेतक, उप सचेतक और कुछ वरिष्ठ विधायकों को भी बंगले मिलेंगे।