वेंकटेश कोरी, JABALPUR, जबलपुर में रविवार की रात को आसमान पर चांद के चारों तरफ सफेद घेरे ने लोगों की जिज्ञासा इस कदर बढ़ा दी कि वे इस अद्भुत खगोलीय नजारे को लेकर पूरी रात इसी की ही चर्चा करते रहे। शहर के कुछ इलाकों और ग्रामीण क्षेत्रों में चांद को घेरे सफेद सर्किल पर जिसकी भी नजर पड़ी उसकी जिज्ञासा बढ़ती गई। दरअसल, चांद पर सिल्वर सर्किल बनने की खबर एक के बाद एक कई लोगों में फैली और वे चांद को निहारने में जुटे रहे, कोई इसे आधी रात को चांद की कैबिनेट मीटिंग बता रहा था तो कोई इसे अपने तरीके से परिभाषित करने में जुटा रहा। आधी रात को चांद पर बने सिल्वर सर्किल से लोगों में कौतूहल का विषय बना रहा।
चांद की कैबिनेट से लेकर अन्य खगोलीय घटनाओं की चर्चा
आसमान पर चांद पर बने सफेद रंग के घेरे ने लोगों की जिज्ञासा काफी बढ़ा दी, लोगों का मानना है कि आधी रात को चांद पर कैबिनेट की मीटिंग हो रही है तो किसी ने इसे अहम खगोलीय घटना करार दिया। जबलपुर के साइंस कॉलेज के फिजिक्स के प्रोफेसर और खगोल शास्त्री डॉ. संजय अवस्थी के मुताबिक चांद पर इस तरह के सफेद सर्किल का बनना लोगों की जिज्ञासा का केंद्र जरूर रहता है, क्योंकि इसके कोई न कोई मायने जरूर हो सकते हैं। उन्होंने बताया कि पर्यावरण में बदलाव से लेकर मौसम में जब भी तब्दीली होती है तब इस तरह के संकेत नजर आते हैं।
"हेलो ऑफ मून" को लेकर प्रचलित हैं कई किस्से
चांद के आसपास सफेद घेरे को भले ही लोग कौतूहल भरी नजरों से देखते हैं और इस पर अपनी अपनी तरह से बातें करने लगते हैं लेकिन वैज्ञानिक भाषा में इसे कुछ और ही कहा जाता है। खगोलशास्त्री डॉक्टर संजय अवस्थी के मुताबिक इसे "हेलो ऑफ मून" कहा जाता है और इसे लेकर कई किस्से भी प्रचलित हैं। लोग जहां इसे शगुन और अपशगुन के रूप में देखते हैं तो पुराने जमाने में बारिश के संकेत होने से लेकर बादलों के सक्रिय होने की भी बातें की जाती हैं। बहरहाल जबलपुर के आसमान पर चांद के इर्द-गिर्द बने सिल्वर रिंग को लेकर जितने मुंह उतनी बातें की जा रही है और कई लोगों ने इस दिलचस्प नजारे को मोबाइल फोन से अपने कैमरों में भी कैद कर लिया है।