संजय गुप्ता, INDORE. विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस की पहली सूची घोषित होने के बाद ही कांग्रेस के धार से पूर्व सांसद गजेंद्र सिंह राजूखेड़ी ने इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने यह इस्तीफा राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को भेजा है। इसकी पुष्टि उन्होंने द सूत्र से करते हुए कहा कि आगे क्या करना है, सोचकर फैसला लूंगा, अभी तो मैंने इस्तीफा दे दिया है। उल्लेखनीय है कि कांग्रेस ने धार जिले की पांच आदिवासी सीटों में चार गंधवानी, कुक्षी, धरमपुरी और सरदारपुर घोषित कर दी है और केवल मनावर बाकी है, जहां से डॉ. हीरालाल अलावा का नाम लगभग तय है। वहीं बीजेपी ने अभी सरदारपुर और मनावर की सीट घोषित नहीं की है। वह कुक्षी, गंधवानी और धरमपुरी से प्रत्याशी घोषित कर चुके हैं।
धरमपुरी सीट से टिकट मांग रहे थे
राजूखेड़ी धार की आदिवासी धरमपुरी सीट से टिकट मांग रहे थे। यहां से अभी पांछीलाल मेडा विधायक हैं। कांग्रेस द्वारा रविवार को घोषित सूची में एक बार फिर मेडा पर ही विश्वास जताया गया है। बताया जा रहा है कि यदि राजूखेड़ी बीजेपी में जाते हैं तो फिर उन्हें कांग्रेस के मनावर के संभावित प्रत्याशी डॉ. हीरालाल अलावा के खिलाफ बीजेपी की ओर से उतारा जा सकता है। वह साल 1989 में बीजेपी के टिकट पर यहां से विधायक रह भी चुके हैं।
सूची आने से पहले शनिवार को यह बोले थे राजूखेड़ी
द सूत्र से चर्चा में उन्होंने सूची आने से पहले शनिवार को कहा था कि- मैं धरमपुरी से टिकट की आस में हूं, मेरे बेटे के लिए नहीं मैंने खुद के लिए ही टिकट मांगा है। यदि टिकट नहीं मिलता है तो फिर मैं कार्यकर्ताओं और हितेषियों के साथ चर्चा कर निर्णय लूंगा कि क्या करना है। अभी बीजेपी से किसी से मेरी बात नहीं हुई है।
हर बार मेरा टिकट काटा
राजूखेड़ी ने कहा कि मैं साल 1998 में कांग्रेस से धार से सांसद बना, फिर 1999 चुनाव में दोबारा जीता, लेकिन सिटिंग सांसद होने के बाद भी साल 2004 में मेरा टिकट काट दिया गया। साल 2009 में फिर टिकट दिया और मैं सांसद चुनाव जीता, लेकिन 2014 में फिर टिकट काट दिया, साल 2019 में भी दिनेश गिरवाल को टिकट दिया और वह हार गए। मेरा टिकट काटकर जब भी कांग्रेस ने दूसरों को दिया वह चुनाव हारा है, मैं हर बार जीता हूं।
मूल रूप से भाजपाई हैं राजूखेड़ी, बीजेपी विधायक भी रह चुके
राजूखेड़ी मूल रूप से बीजेपी से ही है। साल 1989 में वह मनावर सीट से बीजेपी से विधायक रह चुके हैं। बाद में वह कांग्रेस में शामिल हो गए थे। उनका बेटा रवि रमन राजूखेड़ी भी राजनीति में सक्रिय है। बताया जा रहा है कि गजेंद्र सिंह ने खुद के लिए या फिर बेटे के लिए टिकट की मांग की है।
धरमपुरी विधायक बोले- मैंने तो 50 करोड़ जैसे ऑफर भी नहीं लिए
वहीं धरमपुरी के कांग्रेस विधायक पांछीलाल मेडी ने द सूत्र से कहा कि मुझे नहीं पता कि राजूखेड़ी जी बीजेपी में जा रहे या नहीं। लेकिन मैं तो जब बीजेपी में कांग्रेस के विधायक गए और 50-50 करोड़ के ऑफर थे तब भी नहीं हिला था। मैं लगातार फील्ड में सक्रिय हूं।