BHOPAL. बीजेपी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देने के 9 दिन बाद पूर्व विधायक गिरजाशंकर शर्मा रविवार, 10 सितंबर को कांग्रेस में शामिल हो गए। पूर्व सीएम कमलनाथ ने उन्हें पार्टी में शामिल किया। इसके साथ ही टीकमगढ़ जिला पंचायत उपाध्यक्ष भक्ति तिवारी भी कांग्रेस से जुड़ गए हैं।
10 साल में गरीबों का ध्यान रखने बीजेपी का ध्यान दिलाया, लेकिन....
भोपाल स्थित कांग्रेस कार्यालय में कांग्रेस की सदस्यता लेने के बाद गिरजाशंकर ने कहा, सालों तक बीजेपी का काम किया। वहां जब दरी बिछाने और मंच बनाने वाले नहीं होते थे। तब से मैं बीजेपी में काम कर रहा हूं। पिछले 10 साल में मैंने बहुत कोशिश की कि बीजेपी गरीबों के हितों का ध्यान रखे। कार्यकर्ताओं का ध्यान रखें, लेकिन बीजेपी ने लोकतंत्र छोड़ दिया है। जी हजूरी करने वालों की कीमत है, हमने कांग्रेस के जिले के नेताओं से बात करने के बाद कमलनाथ, सुरेश पचौरी और दिग्विजय सिंह से बात की। उनसे अनुरोध किया कि मैं लगातार राजनीति में काम करने वाला कार्यकर्ता रहा हूं। मैं चाहता हूं कि बीजेपी की जन विरोधी नीतियों को रोका जाए। मैं कोशिश करना चाहता हूं। इस बार मध्य प्रदेश में बीजेपी की सरकार ना बन पाए। नर्मदापुरम जिले में पिछले 15 साल से लगातार बीजेपी चुनाव जीत रही है, लेकिन अब हम इस बार पांसा पलट देंगे। मुझे कांग्रेस पार्टी जो जिम्मेदारी देगी उसका निर्वहन करूंगा।
गिरजाशंकर के परिवार से पुराने ताल्लुकात- कमलनाथ
कार्यक्रम में पीसीसी चीफ कमलनाथ ने कहा मैं गिरजाशंकर जी और भक्ति जी का बहुत-बहुत स्वागत करता हूं। गिरजाशंकर शर्मा और भक्ति तिवारी जिन्होंने कांग्रेस का साथ देने में अपनी रुचि दिखाई, वह केवल कांग्रेस का नहीं बल्कि सच्चाई का साथ दे रहे हैं। गिरजाशंकर के परिवार से मेरे बहुत पुराने ताल्लुकात हैं। भक्ति तिवारी तो पुराने कांग्रेस के सिपाही रहे हैं। किसी ना किसी कारण भटक गए थे। आज इनका भी स्वागत है। इनका जो DNA है वह तो कांग्रेस का है।
नर्मदाजी की आरती के बाद भोपाल पहुंचे
रविवार सुबह साढ़े 11 बजे गिरजाशंकर शर्मा समर्थकों के साथ कांग्रेस के प्रदेश कार्यालय भोपाल पहुंचे थे। उनके साथ बीजेपी के कुछ पदाधिकारी, वर्तमान पार्षद, पूर्व पार्षद, जिला पंचायत, जनपद पंचायत सदस्य भी मौजूद रहे। नर्मदापुरम से रवाना होने के पहले उन्होंने मां नर्मदाजी का पूजन किया। इससे पहले राव उदय प्रताप सिंह को पार्टी की जानकारियां रखने की हिदायत दी। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस का साथ देने के लिए वह जॉइन कर रहे हैं।
अब होशंगाबाद की सियासत में बदलाव की संभावना
जानकारी के अनुसार गाड़ियों के काफिले के साथ शर्मा भोपाल रवाना हुए हैं, जिसमें ग्रामीण क्षेत्र के अलावा शहरी क्षेत्र के लोग भी शामिल थे। उनके समर्थक बीजेपी कार्यकर्ताओं के अलावा कांग्रेस पार्टी के पदाधिकारी-कार्यकर्ता भी भीड़ के इस काफिले में शामिल थे। शर्मा के कांग्रेस की सदस्यता लेने के साथ ही जिले की राजनीति में भी बदलाव देखने को मिलेगा।
गिरजाशंकर शर्मा के कांग्रेस में जाने से होशंगाबाद संभाग और जिले की चार विधानसभा क्षेत्र में बड़ा परिवर्तन होने से संभावना जताई जा रही है। गिरजाशंकर के कांग्रेस में शामिल होने की अटकलें पिछले डेढ़ महीने से चल रही थीं, जिन पर अब विराम लग गया है। तीन दिन पहले प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ से मुलाकात के बाद तय हो गया कि पंडित शर्मा कांग्रेस का दामन थामेंगे।
सांसद से कहा-पार्टी की जानकारी रखा करें
पूर्व विधायक गिरजाशंकर शर्मा ने सांसद राव उदय प्रताप सिंह को भोपाल जाने से पहले चेताया कि आप पार्टी की जानकारी रखा करें। उन्होंने कहा आपके सांसद को बता देना कि उनके मुख्यमंत्री की उपस्थिति में तत्कालीन प्रदेश प्रभारी विनय सहस्रबुद्धे ने निष्कासन हटाकर पार्टी जॉइन कराई थी। पंडित शर्मा ने ये इसलिए कहा कि शनिवार को सांसद राव उदय प्रताप सिंह ने एक चैनल मीडिया को कहा था कि जब गिरजाशंकर शर्मा को 2014 में 6 साल के लिए निष्कासित किया था। वो दोबारा पार्टी में कब आए, ये मेरी जानकारी में नहीं है। मुझे तो लगता था कि वे अभी तक बाहर ही हैं। इसी बात को लेकर गिरजाशंकर शर्मा ने सांसद को जानकारी रखने की हिदायत दी।
बीजेपी से भाई को टिकट मिला तो चुनाव नहीं लड़ेंगे
होशंगाबाद सीट से चुनाव लड़ने की बात को लेकर पंडित शर्मा ने बड़ी बात कही कि बीजेपी से विधायक उनके सगे भाई हैं। हम साथ-साथ रहे हैं। अगर बीजेपी से भाई को टिकट मिलेगी तो वे भाई के सामने ना चुनाव लड़ेंगे और ना प्रचार करेंगे। गिरजाशंकर शर्मा के इस तरह के जवाब के बाद शहर की राजनीति में चर्चा है कि यह केवल दवाब बनाने का फंडा है। 33 साल से शर्मा परिवार का विधानसभा सीट पर कब्जा कायम है।