संजय गुप्ता, INDORE. इंदौर में नाराज चल रहे पूर्व विधायक अश्विन जोशी ना केवल मान गए हैं, बल्कि चचेरे भाई और विधानसभा तीन से कांग्रेस के प्रत्याशी बने पिंटू जोशी के समर्थन में प्रचार में भी जुट गए। रामबाग में हुए प्रचार अभियान के दौरान उन्होंने पिंटू के लिए बड़ा बयान दिया और कहा कि चुनाव-वुनाव तो जीत गए हैं, विधायक तो बन गए हैं, जब गोलू शुक्ला (बीजेपी प्रत्याशी) घोषित हुए तभी जीत गए।
पिंटू को 25 साल के लिए स्थापित करना है
जोशी ने इस दौरान कहा कि मैं 25 साल से यहां से राजनीति कर रहा हूं और यहां के मतदाताओं की नबज समझता हूं। हम पर कोई दाग नहीं है, हम भ्रष्ट, चोर नहीं है। पूरे परिवार पर कोई दाग नहीं है। हमने आपके लिए त्याग किया है मल्हारश्राम में दुकान बनाने का प्रस्ताव था, बहुत पैसे मिल रहे थे हमने मना कर दिया। इतिहास बदलो इस वार्ड से जिताओ, विधायक तो बन गए हैं। इसमें कोई शक नहीं है। उसका पहला चुनाव है, कितने वोट से जीतेगा यह अगले चुनाव में फर्क पड़ता है। लीड बढ़ाओ। मैं 25 साल यहां रहा तो उसे भी 25 साल के लिए स्थापित करना है। यह आफकी मदद के बिना नहीं हो सकता है।
बड़े भाई ने बड़े को छोड़ा था छोटा भाई छोटे को छोड़ेगा
अश्विन जोशी ने इस मौके पर साल 2003 के विधानसभा चुनाव को याद किया और कहा कि बड़े भाई ने बड़े भाई को छोड़ा था और अब छोटा भाई छोटे भाई को छोड़ेगा। दरअसल 2003 में अश्विन जोशी ने संजय शुक्ला के भाई और बीजेपी प्रत्याशी राजेंद्र शुक्ला को चुनाव में 4962 वोट से हराया था। अब 2023 में अश्विन के चचेरे भाई पिंटू जोशी कांग्रेस के प्रत्याशी है तो वहीं संजय शुक्ल के चचेरे भाई गोलू शुक्ला बीजेपी से प्रत्याशी है। इसलिए अश्विन ने यह लाइन कही।
पांच बार चुनाव लड़ चुके अश्विन जोशी, पिंटू के पिता भी रहे विधायक
अश्विन जोशी को कांग्रेस से साल 1998 में पहली बार कांग्रेस से टिकट मिला था, वह साल 2018 तक पांच बार चुनाव लड़े, तीन बार लगातार जीते और साल 2013 औऱ् 2018 में चुनाव हार गए। इसके बाद उनका टिकट काटकर चचेर भाई पिंटू जोशी को टिकट दिया गया। पिंटू के पिता महेश जोशी भी इसी विधानसभा से विधायक रह चुके हैं वह 1980 और 1985 में इसी सीट से विधायक रह चुके हैं। वह 1972 में इंदौर विधानसभा एक से भी विधायक रह चुके हैं। स्वर्गीय महेश जोशी अपने समय में कांग्रेस के धाकड़ नेता के रूप में ख्यात रहे हैं और उनकी इंदौर में तूती बोलती थी।