शिवम दुबे, RAIPUR. छत्तीसगढ़ में बीजेपी के दिग्गज नेता और पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला को मानहानि का नोटिस भेजा है। इस नोटिस में मुख्यमंत्री और मीडिया विभाग के अध्यक्ष के बयानों को लेकर खासा नाराजगी जताते हुए 7 दिन का समय दिया गया है। नोटिस में लिखा गया है कि इन सात दिनों के भीतर अगर माफी नहीं मांगी जाती है तो मानहानि के लिए मामला न्यायालय में दर्ज किया जाएगा। बृजमोहन अग्रवाल ने अपने वकील के जरिए दोनों को नोटिस दिया है।
बयानों को लेकर जताई आपत्ति
बृजमोहन अग्रवाल ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और मीडिया विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला के बयानों पर आपत्ति जताई है। उसके उदाहरण के लिए 7 बयानों का अंश भी नोटिस में लिखा गया है। यह बयान तब के हैं जब बृजमोहन अग्रवाल के साथ प्रचार प्रसार के दौरान बदसलूकी की गई थी।
नोटिस में पूरे मामले की भी जानकारी
बृजमोहन अग्रवाल के वकील ने जो नोटिस मुख्यमंत्री और मीडिया विभाग के अध्यक्ष को भेजा है, उसमें पूरे मामले की जानकारी भी लिखी गई है। नोटिस के अनुसार 9 नवंबर 2023 को शाम लगभग 6:30 बजे प्रचार प्रसार के दौरान बैजनाथ पारा में बृजमोहन अग्रवाल के साथ धक्का मुक्की और मारपीट की गई है। इसी दौरान कॉलर पकड़ कर गला दबाने की कोशिश का जिक्र भी नोटिस में किया गया है। नोटिस में कहा गया है कि उपरोक्त षड्यंत्र एवं कृत्य पूर्ण नियोजित था और जान से करने के लिए नियोजित किया गया था। परंतु अग्रवाल के पीएसओ और समर्थकों ने बृजमोहन अग्रवाल को बचा लिया।
'7 दिन के भीतर मांफी मांगे'
जिस घटना के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और मीडिया विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला को मानहानि का नोटिस जारी किया गया है, उसी घटना के संबंध में सिटी कोतवाली थाने में मामला भी दर्ज कराया गया है। इसके साथ ही नोटिस में लिखा गया है कि बृजमोहन अग्रवाल को बदनाम करने के लिए झूठ एवं असत्य आरोप लगा रहे हैं। इसके बाद 7 दिन के अंदर लिखित बयानों के लिए माफी मांगे नहीं तो मानहानि के लिए अपराधी परिवार सक्षम न्यायालय रायपुर में प्रस्तुत किया जाएगा।
जानें क्या है मामला
बता दें कि रायपुर में चुनाव प्रचार के दौरान 9 नवंबर को पूर्व मंत्री बीजेपी प्रत्याशी बृजमोहन अग्रवाल पर हमला हुआ था। इस मामले को लेकर बीजेपी और कांग्रेस के नेताओं को बीच जमकर वार पलटवार हुआ था। मामले में सीएम भूपेश बघेल और सुशील आनंद शुक्ला के ‘बृजमोहन से बड़ा कोई गुंडा कौन और हमला सिर्फ नौटंकी’ जैसे बयान सामने आए थे। अब इन बयानों पर बृजमोहन अग्रवाल ने ऑपत्ति जताते हुए दोनों नेताओं को नोटिस जारी किया है।