मनीष गोधा, JAIPUR. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ 4 आपराधिक मामले दर्ज हैं। इनमें से एक मानहानि से संबंधित है। उनके पास 10 करोड़ से ज्यादा की चल और अचल संपत्ति है, लेकिन सीएम के पास खुद की कोई कार नहीं है। इस विवरण का जिक्र नामांकन पत्र के साथ दाखिल शपथ पत्र में किया गया है।
गहलोत ने सरदारपुर सीट से भरा पर्चा
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोमवार, 6 अक्टूबर को सरदारपुर विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। नामांकन पत्र के साथ दिए गए हलफनामे के अनुसार उनके खिलाफ वर्ष 2013 से 2023 के बीच चार मामले दर्ज हुए हैं। इसमें 2023 में उनके खिलाफ दिल्ली में मानहानि का एक मामला दर्ज हुआ है, जो केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने दर्ज कराया था।
यह मामले भी गहलोत के खिलाफ
इसके अलावा वर्ष 2015 में एक मामला जयपुर में सोनी अस्पताल को एक भूमि आवंटन के संबंध में दर्ज हुआ है, वहीं वर्ष 2016 में खान आवंटन में गड़बड़ी से जुड़ा एक मामला जयपुर में दर्ज हुआ है। इसके अलावा 2013 में कालीसिंध बांध के निर्माण के संबंध में एक मामला दर्ज हुआ था, जिसे 2015 में खारिज कर दिया गया था। उसके बाद 2017 में इसकी रिवीजन पिटीशन को भी खारिज कर दिया गया था। अब 2018 में हाईकोर्ट में इसकी रिवीजन पिटिशन दाखिल की गई है।
सीएम अशोक गहलोत के पास नहीं है खुद की कार
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की संपत्तियों की बात करें तो उनके पास 10 करोड़ से ज्यादा की चल और अचल संपत्ति है। शपथ पत्र के अनुसार उनके पास 1.95 करोड़ रुपए बैंकों में जमा हैं। वहीं 7.27 करोड़ की पैतृक कृषि भूमि है और सवा करोड़ से ज्यादा के आवासीय भवन हैं, जिनमें पैतृक संपत्ति भी शामिल है। उनके पास कोई वाहन नहीं है। उन्होंने सन 2018-19 में दी गई इनकम टैक्स रिटर्न में 20 लाख 88 हजार रुपए की सालाना आय बताई थी जो वर्ष 2022-23 में बढ़ कर 25 लाख 74 हजार रुपए हो गई।
वहीं उनकी पत्नी सुनीता गहलोत के पास 65 लाख रुपए बैंक में, 6.63 लाख के शेयर्स और 14.90 लाख के जेवर हैं।