SAGAR. सरकार की अटल कृषि ज्योति योजना के नाम पर बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। सरकार इस योजना के तहत अनुसूचित वर्ग के 5 एचपी के पंप वाले किसानों को मुफ्त बिजली देती है, लेकिन इस योजना के तहत मिलने वाली सब्सिडी को पाने के लिए कागजों पर ही बिजली कनेक्शन दिखाए जा रहे हैं। सागर जिले में की गई पड़ताल में तो 98 फीसदी कनेक्शन फर्जी पाए गए।
सागर के 4 गावों में सामने आई हकीकत
जानकारी के मुताबिक मीडिया संस्थान द्वारा जब योजना की पड़ताल कराई गई तो सागर जिले के 4 गांवों में बिजली कंपनी के रिकॉर्ड में 309 कनेक्शन ऐसे पाए गए जो प्रदेश सरकार से योजना का लाभ ले रहे थे। लेकिन हकीकत में वहां केवल 6 कनेक्शन ही वैध मिले। मतलब साफ है कि 303 कनेक्शन फर्जी हैं जिनके नाम पर सब्सिडी ली जा रही है। खास बात यह थी कि इन 303 कनेक्शनधारियों में 36 ऐसे लोग भी शामिल हैं, जिनके पास 2-3 एचपी कनेक्शन है लेकिन इनका नाम 5 एचपी कनेक्शन की लिस्ट में डाला गया है। बता दें कि इस योजना के तहत सागर में 36,324 कनेक्शन योजना का लाभ पा रहे हैं।
सरकार हर माह चुकाती है 21 करोड़
अटल कृषि ज्योति योजना के तहत एस-एसटी के 1 हेक्टेयर भूमि मालिक को 5 हॉर्स पावर पंप का कनेक्शन देकर सिंचाई के लिए फ्री बिजली दी जाती है। प्रदेश सरकार को इनके बिल की राशि के 21 करोड़ रुपए हर महीने बिजली कंपनी को चुकाने पड़ते हैं।
बिना आवेदन मिल गया लाभ
सागर के लेहदरा गांव के पुरुषोत्तम सोनकर का कहना है कि उनके पास न तो कोई जमीन है। न वे खेती करते हैं और न ही उन्होंने कभी इस योजना का आवेदन किया, न उन्हें इसका लाभ मिला। लेकिन अधिकारियों ने पुरुषोत्तम के नाम एक 5 एचपी का अस्थाई कनेक्शन दर्शाया है, सब्सिडी का पैसा कहां जा रहा है, पुरुषोत्तम को भी नहीं मालूम।
विभाग के चीफ इंजीनियर केएल वर्मा का कहना है कि योजना के तहत जितने फर्जी कनेक्शनधारी सामने आए थे, उनके कनेक्शन हटवा दिए हैं। ऐप के जरिए इसका सर्वे कराया गया था, जिसमें किसान की फोटो, खसरा और रकबा की जानकारी है। ऐसे में इतनी बड़ी तादाद में फर्जी कनेक्शन नहीं हो सकते, हालांकि यह बात दावे के साथ भी नहीं कही जा सकती। अब विभागीय जांच के बाद सही स्थिति का पता चल पाएगा। जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा, उस पर सख्त कार्रवाई होगी।