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JAIPUR. राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के जीवन संदेश को जन- जन तक पहुंचाने के लिए राजस्थान में कांग्रेस की मौजूदा सरकार ने जयपुर में गांधी वाटिका का निर्माण कराया है। लगभग 85 करोड़ रुपए की लागत से गांधी वाटिका जयपुर के बीचो-बीच सेंट्रल पार्क में बनाई गई है। डिजिटल और अन्य माध्यमों से गांधी के संदेश पहुंचाने का प्रयास किया गया है। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी इस गांधी वाटिका का आज लोकार्पण करेंगे। गांधी वाटिका का यह भवन वास्तु के आधार पर बनकर तैयार किया गया है। सेंट्रल पार्क के पर्यावरण में भी कोई नुकसान ना हो, उसको ध्यान में रखते हुए यह वाटिका बनाई गई है।
जयपुर की गांधी वाटिका की खासियत
- डिजिटल और नवीन तकनीकी पर आधारित गांधी वाटिका को तीन महत्वपूर्ण हिस्सों में तैयार किया गया है।
- वाटिका का क्षेत्रफल लगभग 7560 वर्ग मीटर है।
- पहले हिस्से में अंग्रेजों के भारत आगमन से लेकर गांधी जी के दक्षिणी अफ्रीका प्रवास तक को दर्शाया गया है।
- दूसरे हिस्से में गांधी के भारत में अंग्रेजों के खिलाफ आंदोलन और उनके दर्शन को समेटा गया है।
- तीसरे हिस्से में एक विशेष पुस्तकालय, सेमिनार हॉल और कॉन्फ्रेंस हाल बनाया गया, जिसमें राजस्थान से गांधी के जुड़ाव को बताया गया है।
- भवन को बनाते समय मिट्टी की दीवारें तैयार की गई हैं, ताकि सादगी और पर्यावरण एवं हरियाली का संतुलन बना रहे।
- वाटिका में सुंदरता व हरियाली के लिए लगभग 14 हजार पेड़- पौधे लगाए गए हैं।
- वाटिका की कोलू की छत है और भवन की ऊंचाई ऐसी है जो सेंट्रल पार्क की प्रकृति से एकदम मिल जाती है और उसकी सुंदरता को बढ़ाती है।
- इसके प्रशासकीय खंड के अलावा दो प्रदर्शन कक्ष, मध्यवर्ती हरा मैदान और गांधी पुस्तकालय, कैफेटेरिया, खुला नृत्य मंच, खुला बड़ा मंच, वही आम लोगों के के मुताबिक सभी अलग-अलग स्थान बनाए गए हैं।
- 100% पावर बैकअप के साथ इसे आपातकालीन परिस्थितियों के हिसाब से तैयार किया गया है।
- इस वाटिका में साबरमती नदी का भी निर्माण किया गया है
- वाटिका कुछ समय के लिए निशुल्क प्रवेश मिलेगा फिर शुल्क तय किया जाएगा।