JAIPUR. पूरे राजस्थान में तारणहार भगवान कृष्ण का जन्म धूमधाम से मनाया गया, लोगों ने घरों में कृष्ण जन्म कर पूजन-अर्चन किया तो वहीं मंदिरों में भी रात 12 बजे बांकेबिहारी का जन्म हुआ। जयपुर के आराध्यदेव गोविंद देवजी मंदिर में जहां कृष्ण जन्म के बाद भगवान को 31 तोपों की सलामी दी गई तो वहीं राजसमंद के नाथद्वारा में भी द्वारकाधीश कृष्ण को 21 तोपों की सलामी देकर प्रसन्न किया गया।
ड्रोन के जरिए आसमान में कृष्ण लीलाएं
इधर चित्तौड़गढ़ का आसमान भी जन्माष्टमी के पर्व पर कृष्णलीलाओं से सराबोर रहा। यहां एक साथ 1 हजार ड्रोन उड़ाए गए, जिन्होंने कभी गोवर्धन पर्वत धारण किए गिरधर तो कभी कालिया मर्दन करते कन्हैया की आसमानी लीला दिखाई। आसमान पर इन दृश्यों को देख दर्शक भी भावविभोर हो गए।
आज नंदोत्सव और शोभायात्रा
कृष्ण जन्म के बाद आज राजस्थान के तमाम बड़े मंदिरों में नंद उत्सव का आयोजन किया जा रहा है। पूरे दिन नंदोत्सव कार्यक्रम के तहत कान्हा के लिए बधाई गीत गाए जाएंगे। वहीं गोविंददेवजी मंदिर में शाम 4 बजे विशाल शोभायात्रा के साथ झांकियों को निकाला जाएगा।
शामिल रहा राज परिवार
जयपुर के गोविंददेव जी के मंदिर में राज परिवार से दीया कुमारी, पद्मनाभ और राजमाता पूजन-अर्चन में शामिल हुए। इनके अलावा मंत्री महेश जोशी, राज्यसभा सदस्य घनश्याम तिवारी, मेयर सौम्या गुर्जर, मुनेश गुर्जर समेत कई जनप्रतिनिधि भी आराध्यदेव का आशीष प्राप्त करने मंदिर पहुंचे।
युवतियों ने फोड़ी दही-हांडी
इधर जन्माष्टमी पर बाड़मेर में भव्य दही हांडी का आयोजन किया गया। खास बात यह रही कि यहां युवतियों की टीम ने पहली मर्तबा मटकी फोड़ी। 15 युवतियों ने मिलकर 15 फिट ऊंची मटकी को पिरामिड बनाकर फोड़ा। इस दौरान बड़ी संख्या में मौजूद दर्शक भी युवतियों के इस कारनामे को देख तालियों से हौसला अफजाई करते रहे।