BHOPAL.भोपाल समेत मध्यप्रदेश के अधिकांश जिलों में हल्की बारिश हो रही है। इसे मौसम का पहला मावठा कहा जा रहा है। भोपाल में देर रात से शुरू हुई हल्की बारिश सोमवार को दिनभर जारी रही। रात में भी बारिश के आसार बने हुए हैं। इस सब के बीच 10 साल में पहली बार नवंबर में 8.2 मिमी बारिश दर्ज की गई। इसके अलावा 2013 से 2023 तक भोपाल में केवल तीन साल बारिश हुई। वर्ष 2019 में 0.6 मिमी और 2020 में 0.2 मिमी। जबकि बीती रात-दिन 8.2 मिमी मतलब 0.23 इंच पानी पड़ा। इस बारिश से मौसम में ठंडक खुल गई है।
ग्वालियर-चंबल में सर्दी बढ़ी
मौसम विभाग के अनुसार 30 नवंबर के बाद भी एक और वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव हो रहा है। दिसंबर के पहले सप्ताह तक भोपाल सहित मध्यप्रदेश के दूसरे जिलों में तेज सर्दी नहीं पड़ेगी। दूसरे सप्ताह से ही सर्दी का असर बढ़ने लगेगा। हालांकि, ग्वालियर-चंबल में सर्दी बढ़ गई है।
नवंबर में ऐसा रहता है ट्रेंड
भोपाल मौसम केंद्र के अनुसार दक्षिण-पश्चिम मानसून के समाप्त होने के बाद मौसम सामान्य रहता है। नवंबर महीने में आसमान साफ या हल्के बादलों से घिरा रहता है। हालांकि, अक्टूबर की तरह नवंबर में उमस नहीं होती। रात के तापमान में गिरावट होने लगती है। सुबह-शाम हल्की ठंडक भी रहती है।
वेस्टर्न डिस्टरबेंस का असर
उत्तरी भारत में वेस्टर्न डिस्टरबेंस के गुजरने का असर भी भोपाल में देखने को मिलता है। 26 नवंबर, रविवार से वेस्टर्न डिस्टरबेंस का असर देखने को मिला। पूरे दिन बादल छाए रहे और ठंडी हवाएं चलीं, जिससे दिन के टेम्प्रेचर में 2.6 डिग्री की गिरावट हुई और 27.7 डिग्री दर्ज किया गया। इसके वाद रविवार की रात से सोमवार तक बूंदाबांदी होती रही।