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संजय गुप्ता, INDORE. उत्तराखंड के यमुनोत्री में बनाई जा रही सुरंग धंसने के बाद करीब 41 मजदूरों की जान अटकी हुई है और वह जिंदगी-मौत के बीच जूझ रहे हैं। इन्हें बचाने के लिए चल रहे रेस्क्यू ऑपरेशन में अब इंदौर से बड़ी मदद गई है। इंदौर से विशाल ड्रिलिंग मशीन उत्तराखंड भेजी गई है।
नेशनल हाईवे ने भेजी है यह मशीन
नेशनल हाईवे प्रबंधन के अनुसार यह मनीशन ग्लोब मास्टर एयरक्राफ्ट के जरिए उत्तराखंड के यमुनोत्री स्थित घटनास्थल पर भेजी गई है। उत्तराखंड में चल रहे ऑपरेशन के दौरान ये बात उठी कि औगर ड्रिलिंग मशीन के जरिए इन्हें बचाया जा सकता है। यह मशीन इंदौर में है। यह इंदौर की एक पीजे सूद कंसट्र्क्शन कंपनी के पास थी। इसके बाद उत्तराखंड के सीएम पुष्कर धामी ने नेशनल हाईवे से बात की और इंदौर में प्रोजेक्ट डायरेक्टर सुमेश बांझल से संपर्क किया गया, इसके बाद बड़ौदा की इश कंपनी पीजे सूद से बात कर मशीन को लोड कर भिजवाया गया।
29 टन वजनी है मशीन
यह मशीन 29 टन वजनी है, इसे सड़क मार्ग से ले जाना मुश्किल था। इसलिए इसके लिए भारत सरकार ने इंडियन एयरफोर्स के ग्लोब मास्टर एयरक्राफ्ट को भेजा। जिसमें लोड कर मशीन को पहुंचाया गया।
देश में सिर्फ दो मशीन
बांझल के अनुसार देश में दो ही औगर मशीन है। एक संयोग से इंदौर में थी। यह कुछ दिनों बाद विदेश जा रही थी। यह मशीन डेढ़ मीटर पाइप को गोल घूमाते हुए एक बार में 100 मीटर तक सुरंग बनाती है। मौके पर 60 मीटर गहराई चाहिए इस मशीन के जरिए पाइप श्रमिकों के फंसे रहने तक स्थल पर डाली जाएगी।