JAIPUR. इस बार कई राज्यों में त्योहार के साथ-साथ चुनाव के दिन भी नजदीक आ रहे है। ऐसे में पार्टियों ने अंदरुनी तौर पर नेताओं के लिए चुनावी धमाका जारि किया हुआ है। साथ ही दूसरे दलों से आने वाले कई नेताओं को हाथों-हाथ पार्टियां टिकट देकर मैदान में उतार रही है। अब तक 50 प्रत्याशियों के दल बदलने की बात सामने आ चुकी है।
दूसरे दलों से बीजेपी ज्वॉइन करते ही मिला टिकट
पूर्व विधायक दर्शन सिंह गुर्जर व सुभाष मील बुधवार को कांग्रेस छोड़कर और उदयलाल डांगी RLP छोड़कर बुधवार को ही बीजेपी में आए थे। बीजेपी ने दर्शन सिंह को करौली, सुभाष मील को खंडेला से और उदयलाल डांगी को वल्लभनगर से टिकट दिया है। आरएलपी से बीजेपी में आए रेवतराम डांगा को बीजेपी ने खींवसर से आरएलपी सुप्रीमो हनुमान बेनीलाल के सामने टिकट दिया है। बसपा से आए नाराम मीना को राजगढ़-लक्ष्मणगढ़ से टिकट दिया है। इससे पहले भी कांग्रेस से आए ज्योति मिर्धा को नागौर से उतारा है।
बीजेपी -कांग्रेस छोड़ों, RLP व एएसपी को जॉइन करो
बीजेपी के एससी मोर्चा के उपाध्यक्ष बीएल भाटी ने बुधवार को आरएलपी ज्वॉइन की और गुरुवार सुबह आरएलपी ने भाटी को जाल से टिकट दे दिया। वहीं पूर्व कांग्रेस नेता बाबूलाल कुलदीप को सुजानगढ़ से टिकट दिया है। गुर्जर आंदोलन के नेता व कांग्रेस पार्टी छोड़कर आए डा. विक्रम सिंह गुर्जर को देवली-उनियारा से टिकट दिया है।
वहीं बीजेपी छोड़कर आए एडवोकेट हनुमान प्रसाद बैरवा को दूदू से, कांग्रेस छोड़कर आए प्रहलाद नारायण बैरवा को निवाई से, बीजेपी छोड़कर आए पीसांगन से पूर्व प्रधान अशोक सिंह रावत को पुष्कर से, कांग्रेस छोड़कर आए बिजयनगर पालिका के पूर्व चेयरमेन सचिन सांखला को मसूदा से उतारा है। वहीं आरएलपी के गठबंधन में शामिल आजाद समाज पार्टी (एएसपी) ने कांग्रेस छोड़कर आए पूर्व विधायक रामचंद्र सिराधना को विराटनगर और बीजेपी छोड़कर आए पूर्व मंत्री रोहिताश्व शर्मा को बानसून से उतारा है।
बसपा ज्वॉइन करते ही मिला टिकट
बाड़ी के जसवंत गुर्जर ने बीजेपी छोड़कर और पूर्व मंत्री संपतराम की पुत्रवधू और पूर्व एसीएस अशोक संपतराम की पत्नी ने कांग्रेस छोड़कर बसपा की सदस्यता ली थी। बसपा ने दोनों को टिकट दे दिया। वहीं कांग्रेस से आए मोहम्मद नियाज को लाडनू और रामलाल चौधरी को सांगानेर से और बीजेपी से आए रितेश शर्मा को धौलपुर से टिकट दिया है।