संजय गुप्ता, INDORE. इंदौर विधानसभा एक के कांग्रेस विधायक और कांग्रेस प्रत्याशी संजय शुक्ला को आशंका है कि शासन, प्रशासन बीजेपी के दबाव में आकर उनका नामांकन खारिज करा सकते हैं। इसी आशंका चलते उन्होंने सोमवार को नामांकन के अंतिम दिन अपनी पत्नी अंजलि शुक्ला को भी प्रत्याशी के तौर पर मैदान में उतार दिया है। अंजलि ने एक निर्दलीय तौर पर और दूसरा कांग्रेस के प्रत्याशी के तौर पर फार्म भरा है। इतना ही नहीं उन्होंने अपने खास समर्थक टंटू उर्फ अभिनंदन शर्मा से भी निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर नामांकन दाखिल कराया है।
क्यों किया ऐसा, खुद शुक्ला ने किया खुलासा
उन्होंने खुलासा किया है कि मैंने पत्नी का नामांकन इसलिए कराया है क्योंकि मैं लगातार चुनाव आयोग को आचार संहिता उल्लंघन की शिकायतें कर रहा हूं। रविवार को विधानसभा में कुकर बंट रहे थे फिर शाम को साड़ियां बंट रही थी। इसके वीडियो भी आए लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। इसलिए मुझे लगता है कि कहीं षड़यंत्र मिलकर मेरा फार्म निरस्त नहीं करा दें, इसलिए साथ में पत्नी का भी फार्म भरा है।
पूर्व संघ प्रचारकों की पार्टी फाउंडर जैन ने भी भरा, इनके पास पैन भी नहीं
वहीं संघ के पूर्व प्रचारकों द्वारा मिलकर बनाई गई जनहित पार्टी के फाउंडर सदस्य 60 वर्षीय अभय जैन ने भी निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर फार्म भर दिया है। वह इंदौर विधानसभा एक में बीजेपी प्रत्याशी कैलाश विजयवर्गीय और कांग्रेस प्रत्याशी संजय शुक्ला के सामने होंगे। उनके शपथपत्र के अनुसार उनके पास पैन नंबर ही नहीं है और वह इंकमटैक्स रिटर्न नहीं भरते हैं। वह केवल सामाजिक कार्यकर्ता है। उनके पास चल संपत्ति केवल एक लाख 20 हजार की है जिसमें एक लाख का तो वाहन ही है और 20 हजार नकदी है, बाकी बैंक खाते में कोई राशि नहीं और ना ही कोई अन्य निवेश है। वहीं एक चल संपत्ति विरासत में मिली जमीन और एक छोटा मकान है जिसकी कुल कीमत 55 लाख रुपए है। इस तरह कुल संपत्ति 56 लाख 20 हजार रुपए ही है। उन्होंने बीई किया है और कोई केस उन पर नहीं है।