BHOPAL. आज के समय में बढ़ती महंगाई के साथ-साथ बेरोजगारी देश की सबसे बड़ी समस्या बनती जा रही है। चुनाव आने पर देश के नेता बेरोजगारी का मुद्दा बनाकर चुनाव जो जीत जाते हैं, लेकिन इस पर कोई खास कदम नहीं उठाते। देश के शहरी क्षेत्रों में बेरोजगारी की दर 17.3 है। वहीं, बेरोजगारी के मामले में राजस्थान दूसरे और छत्तीसगढ़ पांचवें स्थान पर है।
बेरोजगारी के मामले में कौन-सा राज्य पहले स्थान पर
एक सर्वे के मुताबिक देश में चालू वित्त वर्ष की दूसरीतिमाही (जुलाई-सितंबर) के दौरान 15 से 29 साल के आयु वर्ग में सबसे ज्यादा बेरोजगारी दर 33.9 फीसदी के साथ हिमाचल प्रदेश में रही, जबकि राजस्थान 30.2 फीसदी की दर के साथ दूसरे स्थान पर रहा। केरल और छत्तीसगढ़ क्रमश : चौथे-पांचवें स्थान पर हैं। बता दें कि ये आंकड़े राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण कार्यालय (एनएसएसओ) के लिए 22 राज्यों में किए गए श्रमबल सर्वेक्षण में सामने आए हैं।
अप्रैल 2017 में तिमाही आधार पर किया गया था पहली बार श्रमबल सर्वेक्षण
जानकारी के मुताबिक गुजरात में सबसे कम 7.1 फीसदी बेरोजगारी दर दर्ज की गई है। दिल्ली में ये 8.4 फीसदी रही। देश के शहरी क्षेत्रों में 15-29 आयु वर्ग में कुल बेरोजगारी दर 17.3 है। वहीं, महिलाओं में यह 15.5 फीसदी दर्ज की गई है। इससे पहले की तिमाही (अप्रैल-जून) की बात करें तो, देश में कुल बेरोजगारी दर 17.6 दर्ज की गई थी। हिमाचल प्रदेश में महिलाओं में बेरोजगारी दर 49.2 फीसदी है वहीं पुरुषों में 25.3 फीसदी रही। रिपोर्ट के मुताबिक राजस्थान में 39.4 फीसदी महिलाएं और 27.2 फीसदी पुरुष बेरोजगार थे। जम्मू-कश्मीर में महिलाओं में बेरोजगारी दर 51.8 फीसदी, जबकि पुरुषों में 19.8 फीसदी दर्ज की गई। बता दें कि एनएसएसओ ने अप्रैल 2017 में पहली बार तिमाही आधार पर श्रमबल सर्वेक्षण किया गया था। तभी से इसे प्रत्येक तिमाही जारी किया जाता है।
गुजरात सबसे कम बेरोजगार वाला राज्य
बेरोजगारी के मामले में देश के पांच राज्य शीर्ष पर हैं। उनमें से हिमाचल प्रदेश 33.9 प्रतिशत के साथ पहले स्थान पर, राजस्थान 30.2 प्रतिशत दूसरे स्थान पर, जम्मू-कश्मीर 29.8 प्रतिशत तीसरे स्थान पर, केरल 28.4 प्रतिशत चौथे स्थान पर और छत्तीसगढ़ 26.4 प्रतिशत के साथ पांचवे स्थान पर है। वहीं बाद करें सबसे कम बेरोजगारी वाले राज्यों की तो 7.1 फीसदी के साथ गुजरात पहले स्थान पर, 8.4 फीसदी के साथ दिल्ली दूसरे स्थान पर, 12.2 फीसदी के साथ कर्नाटक तीसरे स्थान पर, 13.7 फीसदी के साथ हरियाण चोथे स्थान पर और 14.6 फीसदी के साथ मध्यप्रदेश पांचवें स्थान पर है।