संजय गुप्ता, INDORE. मतगणना से पहले कांग्रेस द्वारा मतगणना की सुरक्षा को लेकर आपत्तियां ली जा रही है। इसी मामले में अब इंदौर में कांग्रेस ने एक-दो नहीं पूरे नौ अधिकारियों को मतगणना से अलग रखने की मांग करते हुए अन्य जिलों के अधिकारियों को लगाने की मांग की है। इन नौ अधिकारियों में चार अपर कलेक्टर हैं तो वह एक संयुक्त कलेक्टर और अन्य अधिकारी है। प्रदेश कांग्रेस सचिव राकेश यादव ने यह शिकायत करते हुए इन्हें संदिग्ध अधिकारी बताया है।
इन अधिकारियों की हुई है शिकायत
चुनाव आयोग को नामजद शिकायत में अपर कलेक्टर सपना लोवंशी, अपर कलेक्टर और उप जिला निर्वाचन अधिकाकरी राजेन्द्र सिंह रघुवंशी, अपर कलेक्टर निशा डामोर, अपर कलेक्टर रोशन राय, जिला योजना सांख्यिकी अधिकारी माधव बैंडे, जिला आपूर्ति नियंत्रक मोहनलाल मारू, संयुक्त कलेक्टर राकेश मोहन त्रिपाठी, सहायक आयुक्त आबकारी मनीष खरे, परियोजना अधिकारी शहरी विकास अभिकरण प्रवीण उपाध्याय शामिल है।
इनके काम निष्पक्ष नहीं रहे हैं- यादव
म.प्र.कांग्रेस कमेटी के प्रदेश सचिव एंव मीडिया और रणनीति समन्वयक राकेश सिंह यादव ने चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने कहा कि मतदान के दौरान ऐसे अनेक अधिकारियों का कार्य निष्पक्ष नहीं रहा हैं। ऐसी परिस्थितियों में मतगणना में इन अधिकारियों को तैनात करने से निष्पक्ष मतगणना पारदर्शिता के साथ होने की संभावना नहीं हैं। मतगणना में पारदर्शिता लगभग समाप्त हो जाएगी।
आयोग से साथ में यह की गई मांग
चुनाव आयोग से मांग की गई हैं कि उपरोक्त अधिकारियों को इंदौर जिले से बाहर मतगणना में तैनात किया जाए एंव अन्य जिले के प्रशिक्षित अधिकारियों को इंदौर मतगणना में तैनात किया जाए। मतगणना के लिए माइको आब्जर्वर के लिए इंदौर जिले के बाहर के अधिकारियों को माइक्रो ऑब्जर्वर बनाया जाए। मतगणना की समस्त टेबलों की विडियो रिकॉर्डिंग आवश्यक रूप से सीसीटीवी कैमरे लगाकर की जाए और सीसीटीवी कैमरों की वीडियो रिकॉर्डिंग समस्त 9 विधानसभा उम्मीदवारों को सीडी में उपलब्ध कराकर देने की व्यवस्था अतिआवश्यक रूप से की जाए। चुनाव आयोग स्पष्ट निर्देश जारी करें कि जब तक एक राउंड पूरा होकर उसकी रिकॉर्डिंग पूर्ण होने के बाद ही अगले राउंड की गिनती की जाए।