संजय गुप्ता, INDORE. इंदौर नगर निगम की मेयर इन काउंसिल ने शुक्रवार, 22 सितंबर को फैसला लिया कि निगम के सभी पत्राचारों में अब 'इंडिया' की जगह 'भारत' शब्द का प्रयोग होगा। इसके साथ ही बैठक में औपचारिक प्रस्ताव पास कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संसद में नारी शक्ति वंदन अधिनियम लाने के लिए धन्यवाद प्रस्ताव भी पास हुआ। बैठक में महापौर परिषद सदस्य राजेन्द्र राठौर, निरंजनसिंह चौहान, अश्विनी शुक्ल, नंदकिशोर पहाड़िया, राजेश उदावत, जीतू यादव, प्रिया डांगी, मनीष शर्मा, अपर आयुक्त अभय राजनगांवकर व अन्य उपस्थित थे।
प्रस्ताव में कहा गया भारत नाम ऐतिहासिक है
महापौर पुष्यमित्र भार्गव द्वारा रखे गए प्रस्ताव में औपचारिक तौर पर कहा गया कि हमारे देश का नाम भारत एक ऐतिहासिक और वैचारिक नाम है तथा संविधान अनुसार भी हमारे देश का नाम भारत है, अतः संविधान मंशानुरूप राष्ट्रीयता के मान को सशक्त और मजबूत करने के उद्देश्य से नगर निगम इंदौर द्वारा की जाने वाली कार्रवाइयों तथा पत्राचारों में इंडिया के स्थान पर भारत के नाम का उपयोग करने संबंधित प्रस्ताव को मेयर इन काउसिंल की बैठक में स्वीकार किया जाता है। निगम परिषद के समक्ष प्रस्ताव रखने की मंजूरी प्रदान की गई।
पीएम को भी दिया गया धन्यवाद
महापौर भार्गव ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी की महिलाओं के सम्मान के प्रति दृढ़ इच्छा शक्ति के फलस्वरूप संसद एवं विधानसभाओ में महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत प्रतिनिधित्व देने के संबंध में नारी शक्ति वंदन अधिनियम बिल पारित किया गया है। इस बिल से महिलाओं के नेतृत्व में विकास को अभूतपूर्व गति मिलने वाली है तथा महिलाओं का सम्मान बढे़गा। उन्होंने कहा कि यह एक ऐतिहासिक कानून होगा, जो महिलाओं के सशक्तिकरण को और बढ़ावा देगा तथा राजनीति में महिलाओ की भागीदारी को बढ़ाएगा, जिसके दुरगामी परिणाम प्राप्त होंगे।
यूनिवर्सिटी ने भी लिया था फैसला
उल्लेखनीय है कि हाल ही में इंडिया और भारत नाम को लेकर चली बहस के दौरान कुछ दिन पहले यूनिवर्सिटी की कार्यपरिषद बैठक ने फैसला लिया था कि अब यूनिवर्सिटी में इंडिया की जगह भारत शब्द का उपयोग देश के नाम के लिए किया जाएगा।