संजय गुप्ता@ INDORE.
मप्र और इंदौर की हाईप्रोफाइल चुनावी सीट इंदौर विधानसभा एक में बीजेपी प्रत्याशी और राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के साथ कांग्रेस विधायक और प्रत्याश संजय शुक्ला के बीच तल्खी साफ दिख रही है। विजयादशमी पर बाणगंगा के कुमारखेड़ी हुए कार्यक्रम के बाद दोनों ने इस आयोजन की फोटो डाली, दोनों इस आयोजन में थे लेकिन कैलाश विजयवर्गीय ने अपने ट्विटर अकाउंट पर डाली चार फोटो में संजय शुक्ला को काट दिया, उन्हें पास में नहीं दिखाया, जबकि पास में खड़े थे। यही काम संजय शुक्ला ने भी किया। उन्होंने भी चार फोटो डाली और इसमें विजयवर्गीय दो फोटो में सीधे-सीधे कटे हुए दिख रहे हैं। बाकी फोटो में भी वह नहीं है।
जबकि कार्यक्रम में दोनों ने हाथ पकड़े थे पास में खड़े थे
विजयादशमी के इस आयोजन में कैलाश और संजय दोनों ही पुहंचे थे। इस आयोजन में उद्बोधन करते हुए कैलाश विजयवर्गीय ने संजय शुक्ला का हाथ पकड़कर उठाया और कहा कि हम दोनों बधाई दे रहे हैं आप सभी को। इसकी भी फोटी थी लेकिन दोनों ने ही अपने सोशल अकाउंट पर नहीं डाली और ना ही दोनों की कोई और फोटो पास में खड़े हुए डाली गई।
कैलाश विजयवर्गीय के ट्वीटर पर यह अपलोड हुआ 11.30 बजे
बाणगंगा कुम्मारखाड़ी में दशहरा पर्व पर ब्रजलाला गुरू व्यायाम शाला द्वारा आयोजित रावण दहन कार्यक्रम में सहभागिता की, भगवान राम ने जैसे बुराई के प्रतीक रावण का संहार किया है, वैसे ही हमें समाज से बुराईयों को खत्म करना है।
(इसमें चार फोटो लगी है, एक में खुद के उद्बोधन की, दूसरी रावण दहन की, तीसरी उद्बोधन की इसमें शुक्ला पीछे कटे हुए दिख रहे हैं, चौथी फोटो भीड़ की)
संजय शुक्ला के ट्विटर पर यह अपलोड हुआ रात 11.25 पर
विजयादशमी पर कुमारखाड़ी में रावण दहन- आयोजित रावण दहन कार्यक्रम में उपस्थित होकर होकर अधर्म पर धर्म की जीत का साक्षी बनकर धर्मप्रेमी जनता को दशहरा की शभुकनाएं दी।
(इसमें चार फोटो लगी दो उद्बोधन की फोटो में कैलाश विजयवर्गीय की फोटो बगल में कटी हुई दिख रही है, बाकी दो फोटो भी उद्बोधन और आयोजकों के साथ, इन सभी में कैलाश विजयवर्गीय नहीं है)
पहले गले मिल चुके हैं दोनों प्रत्याशी
इसके पहले गोम्मटिगिरी पर जैन समाज के क्षमा पर्व पर दोनों ही सद्भाव माहौल में मिले थे। इसमें संजय शुक्ला ने जहां विजयवर्गीय के पैर छुए, वहीं विजयवर्गीय ने उन्हें गले लगाया। तब शुक्ला का टिकट घोषित नहीं हुआ था। फिर शुक्ला का टिकट घोषित हुआ, कुछ दिन बाद अग्रवाल समाज समिति के आयोजन में दोनों मिले, बीच में आयोजक थे, तब कोई बात-चीत नहीं हुई। अब विजायदशमी पर मिले, दोनों पास में खड़े रहे, कैलाश ने हाथ पकड़कर ऊपर उठाया और सभी को बधाई दी, फिर दोनों अपने-अपने रास्ते। बाद में सोशल मीडिया पर एक-दूसरे की फोटो ही काट दी।