गंगेश द्विवेदी/ राजेश झाडी, RAIPUR/BIJAPUR. बीजापुर के दौरे पर पहुंचे जेसीसीजे के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी को गुरुवार, 5 अक्टूबर को आंदोलनरत आदिवासियों से मिलने जाने से पुलिस-प्रशासन ने रोक दिया। प्रशासन ने उनकी सुरक्षा को लेकर उन्हें बाकायदा नोटिस थमा दिया तो अमित जोगी बिफर गए। उन्होंने बीजापुर में ही प्रेस कांफ्रेस बुलाकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर आरोपों की झड़ी लगा दी।
अमित जोगी ने कहा कि सुदुर अंचल के भोपालपट्टनम के आदिवासी भाईयों ने उन्हें पत्र लिखकर बुलाया था। वे बीजापुर पहुंचे तो मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के इशारे पर वहां की पुलिस ने उन्हें आंदोलनरत आदवासियों से मिलने जाने से रोक दिया।
बस्तर में कांग्रेस-बीजेपी के खिलाफ आक्रोश
जेसीसीजे के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी ने दावा किया कि बस्तर के लोगों में कांग्रेस और बीजेपी दोनों के प्रति आक्रोश है। यही वजह है कि उनको जनता का जबर्दस्त समर्थन मिल रहा है। वे बस्तर में हैं, तो भूपेश बघेल की रातों की नींद उड़ी हुई है। जोगी ने कहा कि मेरी सारी सुरक्षा हटा रखी थी, लेकिन आदिवासियों के मिल रहे समर्थन से वे घबरा गए हैं और जोगी को रोकने के लिए पुलिस भेज रहे हैं, सुरक्षा का हवाला दे रहे हैं। जोगी ने कहा कि कुटरू आंदोलन के अंबेली में आंदोलनरत लोगों ने मुझे बुलावा भेजा है। मूलवासी बचावों मंच के लोगों ने पत्र लिखकर मुझे बुलाया है। तो मैं उनसे मिलने जा रहा हूं। भूपेश जी को मेरी सुरक्षा की चिंता करने की जरूरत नहीं है, मेरी सुरक्षा धरती मां करेगी। बस्तर में मैं अपने आदिवासी भाइयों के बीच सुरक्षित हूं।
पुलिस ने कई जगह रोका
पुलिस वालों ने जोगी को रोकने के लिए पहले गुदमा में बैरिकेड लगाए, फिर बाद में कुटरू थाना चौक में जोगी के काफिले को रोका गया। पुलिस की लाख समझाइश के बाद भी अमित जोगी नहीं माने और उन आंदोलनरत आदवासियों से मिलने अंबेली गांव पहुंच गए।
बाइक पर बैठकर आंदोलनकारियों से मिलने पहुंचे जोगी
अमित जोगी ने अपनी चार गाड़ी छोड़ दी और आंदोलनरत मूलवासी बचाओ मंच के लोगों की बाइक से आंदोलन स्थल पर पहुंचे। जहां जोगी ने आंदोलनकारीयों को संबोधित किया। उन्होंने कहा आप लोगों की मांगें जायज हैं, बिना ग्रामसभा के कुछ भी कार्य नहीं किया जा सकता। आप लोग के बीच में अब तक कोई राष्ट्रीय दल नहीं पहुंचा। इस बात का मुझे दुख हैं। मैं नेता नहीं हूं, मैं आप सभी का बेटा हूं, जोगी के साथ उनकी पार्टी जेसीसीजे के बस्तर के पदाधिकारी और कई वरिष्ठ नेता भी मौजूद थे।