संजय गुप्ता, INDORE. इंदौर में विधानसभा एक के बीजेपी के प्रत्याशी कैलाश विजयवर्गीय ने अब चुनाव से पहले ही खुद को विधायक घोषित कर दिया है। रविवार रात (8 अक्टूबर) को विधानसभा एक में प्रजापति समाज के हुए कार्यक्रम में कहा कि- मुझे काफी महिलाओं ने शिकायत की है कि यहां ब्राउन शुगर, नशे की पुडिया बहुत बिकती है, मैंने प्रशासन को बोल दिया है, अब नहीं चलेगा, मैं यहां का विधायक बन गया हूं, ठीक कर दूंगा जो भी नशे का व्यापार करेगा। बर्दास्त नहीं करेंगे, प्रशासन को अभी से बोल दिया है कि तैयारी करो, नशे के कारोबारियों को खुली हवा में सांस नहीं लेने दूंगा। एक कार्यक्रम में कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि कांग्रेस को वोट देना मतलब डस्टबिन में वोट देना। कांग्रेस को विकास करना नहीं आता है।
फिर से बोले चुनाव लड़ने मंशा नहीं थी, अब अच्छी जीत चाहता हूं
विजयवर्गीय ने एक बार फिर कहा कि चुनाव लड़ने की मंशा नहीं थी, पार्टी ने कहा लड़ो तो कूद गया हूं मैदान में, आप सभी के भरोसे। यह तभी होगा जब प्रजापति समाज का हर व्यक्ति खुद को कैलाश विजयवर्गीय समझेगा। मैं सामान्य जीत से नहीं जीतना चाहता हूं, अच्छी जीत से जीतना चाहता हूं। मैंने हर जगह विकास किया है दो नंबर चकाचक हो गया, चार नंबर भी, महू भी जाकर देखिए और अब विकास में नंबर वन होगा इंदौर विधानसभा एक। मप्र में बीजेपी की सरकार बनते ही पहला सरकारी कॉलेज यहां बनेगा, दस करोड़ से ई लाइब्रेरी बनेगी।
इसके पहले भी दे चुके हैं विजयवर्गीय बड़े बयान
इसके पहले भी प्रत्याशी बनने के बाद विजयवर्गीय के कई बड़े बयान सामने आ चुके हैं जो लगातार चर्चाओं में हैं
- मैं खाली विधायक बनने के लिए नहीं आया हूं, पार्टी बड़ी जिम्मेदारी देगी
- जिस बूथ से कांग्रेस को एक भी वोट नहीं मिलेगा, बूथ अध्यक्ष को 51 हजार दूंगा
- अपन बड़े नेता हो गए हैं, कहां हाथ जोड़ेंगे, अपने को तो हैलीकॉप्टर से जाना था सभाएं करना थी
- मप्र में ऐसा अधिकारी पैदा नहीं हुआ जो मैं फोन करूं और काम नहीं हो, मेरे प्रत्याशी बनने के बाद अधिकारियों की नींद उड़ गई है
- वो (संजय शुक्ला) पिता की कमाई बांट रहे हैं, ले लो, वह बहरूपिया है, शूर्पनखा की तरह, उनकी नाक काटी थी, ईवीएम में बटन दबाकर वैसे ही काटना है।