संजय गुप्ता, INDORE. बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के निशाने पर एक बार फिर ब्यूरोक्रैसी आ गई। उन्होंने विधानसभा तीन में बीजेपी प्रत्याशी गोलू शुक्ला के लिए प्रचार करते हुए कहा कि इंदौर में अब अधिकारियों का राज नहीं चलेगा, राज चलेगा तो आप लोगों का चलेगा, राज चलेगा तो इंदौर की जनता का चलेगा। यह अधिकारियों की जो तानाशाही चल रही थी वह नहीं चलेगी, मैं इसका वादा कर रहा हूं। यह पहली बार नहीं जब विजयवर्गीय अधिकारियों के खिलाफ मुखर हुए हैं।
इसके पहले भी यह बोल चुके हैं ब्यूरोक्रैसी पर
- इसके पहले विजयवर्गीय चुनाव प्रचार के दौरान ही कह चुके हैं कि मप्र में ऐसा अधिकारी पैदा नहीं हुआ जो मैं फोन करू और नहीं उठाए, काम नहीं करें
- मैं भोपाल से इशारा करूंगा और काम हो जाएगा
- स्वच्छता अवार्ड मिलने पर कहा था कि अधिकारियों की मालिश करना बंद कर दीजिए, उनमेंदम होता तो वह दूसरी जगह भी जाते तो उस शहर को नंबर वन बना देते
- महापौर चुनाव के बाद कहा था कि सीएम जिनती अधिकारियों की सुनते हैं, कार्यकर्ताओं की भी सुनना चाहिए
नेताओं पर लग चुके अधिकारियों के पिछलग्गू बनने के आरोप
विजयवर्गीय अधिकारियों के खिलाफ इतना मुखर क्यों हो रहे हैं? दरअसल इसलिए क्योंकि बीते सालों में इंदौर में दबंग जनप्रतिनिधि बनकर कोई नेता सामने नहीं आया है जो अधिकारियों से दो टूक बात कर सके। इंदौर की जनता के साथ कई लोग नेताओं के पिछलग्गू बनने पर नाराजगी जता चुके हैं। सांसद शंकर लालवानी से लेकर मंत्री तुलसी सिलावट हो या मंत्री उषा ठाकुर या फिर अन्य विधायक, किसी ने भी अधिकारी पर जोर देकर जनहित में फैसले लागू कराने पर जोर नहीं दिया। कोविड काल से लेकर अधिकांश अपने काम कराने में ही जुटे रहे। हालत यह है कि मेट्रो मामले में भी पूर्व स्पीकर सुमित्रा महाजन को मोर्चा संभालना पड़ा था। विजयवर्गीय के करीबी महापौर पुष्यमित्र भार्गव भी अब विजयवर्गीय की कार्यशैली में चलते नजर आ रहे है औऱ वह भी लगातार अधिकारियों से कड़े रूख से बात कर रहे हैं।
बेटे आकाश पर मुझे गर्व है
विजयर्गीय ने पुत्र व विधायक आकाश का तारीफ की उन्होंने कहा कि मेरा टिकट होने के बाद उन्होंने खुशी जाहिर की और मुझे बिना बताए ही पार्टी को पत्र लिख दिया कि मेरे पिता को टिकट दिया है इसलिए मेरे नाम पर विचार नही किया जाए। मुझे उनके पिता होन पर गर्व है। आकाश ने यहां काफी काम किया है और अब पार्टी ने गोलू को यह जिम्मेदारी दी है। सिर्फ विधानसभा तीन नहीं यहां की सभी नौ सीटें जिताकर मेरा मान बढ़ाना होगा।
इंदौर ने सब कुछ दिया, प्राणों की आहुति भी दूं तो कम
विजयवर्गीय ने भावुक होते हुए कहा कि इंदौर ने मुझे बहुत कुछ दिया है, सब कुछ दिया है। यहीं से मेर सफर शुरू हुआ। यहां के लिए मैं प्राणों की आहुति भी दे दूं तो कम होगा। उन्होंने कार्यकर्तांओं से कहा कि मैं और हम सभी बीजेपी की फौज है और जहां पार्टी कहेगी वहां काम करेंगे। आप सभी को सभी नौ सीट जितवाकर मेरा मान बढ़ाना है।