BHOPAL. मध्यप्रदेश की सत्ता पाने के लिए जोर लगा रही कांग्रेस में बगावत की आग शांत होते नहीं दिख रही है। टिकट वितरण के बाद नाराज नेता बागी होकर चुनावी मैदान में निर्दलीय उतर चुके हैं। बहुत मान मनोव्वल के बाद भी बागी मान नहीं रहे हैं। अपनों की बगावत के बीच कांग्रेस को उम्मीद है कि सभी को मना लिया जाएगा। कांग्रेस के बागियों को लेकर PCC चीफ कमलनाथ को अभी भी उम्मीद है कि वे मान जाएंगे।
असंतुष्ट नेताओं को मनाने में जुटी कांग्रेस
पूर्व सीएम कमलनाथ को लगता है कि कांग्रेस से बागी नेता जिन्होंने नामांकन वापस नहीं लिया और चुनाव मैदान में निर्दलीय बन गए हैं, वे मान जाएंगे। पार्टी उन्हें अभी भी मनाने में जुटी है। मीडिया से चर्चा में कमलनाथ ने कहा कि चुनाव में कुछ लोग असंतुष्ट होते हैं। जो निर्दलीय बनकर चुनाव में उतरे हैं। हम उनको संतुष्ट करने का पूरा प्रयास कर रहे हैं। उम्मीद है वे कांग्रेस के साथ वापस आ जाएंगे।
पीएम मोदी के दौरे पर बोले कमलनाथ
वहीं पीएम नरेंद्र मोदी के मध्यप्रदेश दौरे को लेकर कमलनाथ ने कहा कि ये तो चुनाव है। नरेंद्र मोदी का स्वागत है। पूरा प्रचार करें। प्रधानमंत्री आएं जनता का सामना करें। साथ ही केन्द्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के जय वीरू वाले बयान पर कमलनाथ ने कहा कि अपनी पार्टी के लिए नरेंद्र सिंह तोमर जो कहें सो कहें अंत में तो जनता का ही फैसला आना है।
नाराज नेताओं ने बढ़ाई कांग्रेस की टेंशन
बता दें कांग्रेस में टिकट वितरण के बाद नाराज नेताओं ने कांग्रेस की टेंशन बढ़ा दी हैं। कांग्रेस के 4 पूर्व विधायक अभी भी पार्टी से नाराज चल रहे हैं। और मानने के लिए तैयार नहीं हैं। जो अब भी चुनाव मैदान में डटे हुए हैं, अब ये पूर्व विधायक निर्दलीय चुनाव तैयार रहे हैं। जिससे कांग्रेस के समीकरण को बिगड़ते दिखाई देते है। ऐसे में उन्हें मनाने के प्रयास अभी भी जारी हैं। इनमें पूर्व विधायक अंतर सिहं दरबार, सिवनी-मालवा के पूर्व विधायक ओमप्रकाश रघुवंशी, आलोट से पूर्व विधायक प्रेमचंद गुड्डू और गोटेगांव से पूर्व विधायक शेखर चौधरी शामिल हैं। वहीं भोपाल उत्तर सीट पर विधायक आरिफ अकील के भाई अमीर अकील अपने भतीजे आतिफ अकील के सामने चुनाव मैदान में हैं। इस सीट से कांग्रेस से बागी नसीर इस्लाम भी निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं।