अरुण तिवारी, BHOPAL. कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर बड़ा राजनीतिक हमला किया है। कमलनाथ ने उज्जैन घटना को लेकर ना सिर्फ कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े किए बल्कि इस तरह की घटनाओं को प्रदेश पर कलंक बताया। बीजेपी के बड़े नेताओं के चुनाव लड़ने पर भी कमलनाथ ने कई सवाल खड़े किए। कमलनाथ ने इसे सबसे बड़े राजनीतिक दल के सबसे बड़े विघटन का दौर बताया। कमलनाथ ने वे मुद्दे भी बताए जिनके कारण कांग्रेस कह रही है कि जनता में बीजेपी के प्रति आक्रोश है। कमलनाथ ने कहा कि बीजेपी जितने सजावटी उम्मीदवार ला रही है, जनता का आक्रोश उतना ही ज्यादा बढ़ रहा है।
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कांग्रेस ने बताए जनता में आक्रोश के कारण :
- जनता मान रही है कि जो मंत्री चुनाव लड़ेंगे, उनका मंत्रालय जो पहले से ही सुप्त है अब और भी निष्क्रिय हो जाएगा, तो फिर जनता के रुके हुए काम कैसे होंगे। इस वजह से आक्रोश बढ़ रहा है।
- जो सत्ताधारी सासंद चुनाव लड़ेंगे उनका संसदीय क्षेत्र उपेक्षित होगा, जिसका खामियाजा जनता ही भुगतेगी। इस वजह से आक्रोश बढ़ रहा है।
- ये तथाकथित बड़े लोग पार्टी के दबाव में बेमन से लड़ेंगे और हारेंगे, तो जनता के खिलाफ हो जाएंगे, जिसके कारण जनता उनकी उपेक्षा और उनके उत्पीड़न का शिकार होगी। इस वजह से आक्रोश बढ़ रहा है।
- यदि भाजपा के कोई एक-दो सांसद जोड़, जुगत, जुगाड़ से चुनाव जीत भी गए तो फिर बाद में विधायक के पद से इस्तीफा देकर आगामी लोकसभा का चुनाव लड़ेंगे, जिससे उप चुनाव का खर्चा होगा, जो जनता के टैक्स की ही बर्बादी होगी। इस वजह से आक्रोश बढ़ रहा है।
- जनता के बढ़ते आक्रोश को देखकर बीजेपी के अधिकांश नेता, पदाधिकारी, कार्यकर्ता, सदस्य और समर्थक भूमिगत से हो गए हैं और जन-सेवा के लिए समर्पित कुछ अच्छे नेता अन्य विकल्प तलाश रहे हैं।
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उज्जैन घटना प्रदेश पर कलंक :
उज्जैन घटना को कमलनाथ ने प्रदेश पर कलंक बताया है। कमलनाथ ने कहा कि उज्जैन में एक छोटी बच्ची के साथ अत्यंत क्रूरतापूर्ण दुराचार का मामला देखकर रूह कांप जाती है। 12 साल की बेटी के साथ जिस तरह का दुष्कृत्य हुआ और जिस तरह से वह अर्धनग्न अवस्था में शहर के कई इलाकों में भागती रही और फिर बेहोश होकर सड़क पर गिर गई, उससे मानवता शर्मसार हो जाती है। ऐसी जघन्य घटना प्रशासन और समाज के माथे पर कलंक है।
कमलनाथ ने कहा कि मैं मुख्यमंत्री से जानना चाहता हूं कि क्या आप सिर्फ चुनाव ही लड़ते रहेंगे और झूठी घोषणाएं ही करते रहेंगे। क्या आप आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से बनी बेटियों की तस्वीरों से पूरे मध्य प्रदेश के होर्डिंग भर देंगे, लेकिन मासूम बेटियों की सुरक्षा पर कोई ध्यान नहीं देंगे। जिस बेटी के साथ यह दरिंदगी हुई क्या वह लाड़ली लक्ष्मी और लाड़ली बहना नहीं है।
मुख्यमंत्री जी उज्जैन में पहले भी दो छोटी बच्चियों के साथ क्रूरतापूर्ण दुष्कृत्य हुआ था। प्रदेश में ऐसी क्रूर घटनाओं की पुनरावृत्ति बताती है कि मध्य प्रदेश में कानून का राज समाप्त हो चुका है। मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री के होते हुए भी मुख्यमंत्री विहीन हो चुका है। अपराधी निरंकुश है और जनता परेशान है। कमलनाथ ने कहा कि मैं मुख्यमंत्री से मांग करता हूं कि अपराधियों को सख्त से सख्त सजा दी जाए और पीड़िता को समुचित इलाज के साथ ही एक करोड़ रुपए की आर्थिक सहायता दी जाए।
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प्रदेश में आफत आसमानी कम सुल्तानी ज्यादा : कांग्रेस
कमलनाथ के मीडिया सलाहकार पीयूष बबेले ने मीडिया से चर्चा में कहा कि प्रदेश में आफत आई है, लेकिन वो आसमानी कम है और सुल्तानी ज्यादा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सोयाबीन की फसल 80 फीसदी बर्बाद हो चुकी है। इससे 45 लाख किसान सीधे प्रभावित हुए हैं। उन्होंने कहा कि सोयाबीन में भारी बारिश के बाद कीड़े लगने की समस्या पैदा हुई लेकिन प्रदेश के सुल्तान शिवराज सिंह चौहान के प्रदेश में नकली दवाई का रैकेट चल रहा है, जिससे इल्लियां नहीं मरीं। कांग्रेस ने मांग की है कि किसानों को तत्काल मुआवजा राशि दी जाए और मुआवजे में चल रहे घोटाले को रोका जाए। वहीं मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष भूपेंद्र गुप्ता ने प्रेस कान्फ्रेंस कर नर्मदा का मुद्दा उठाया। गुप्ता ने कहा कि आज भी नर्मदा में सीवेज का पानी मिल रहा है और बड़े पैमने पर अवैध उत्खनन हो रहा है, लेकिन सरकार सोई हुई है।