पवन सिलावट, RAISEN. करणी सेना के कार्यकताओं ने शनिवार, 23 सितंबर को फिर सीएम शिवराज सिंह चौहान के उदयपुरा में काले झंडे दिखाए। इसके बाद सेना के दो कार्यकर्ताओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। जिसके विरोध में रविवार, 24 सितंबर को करणी सेना के अध्यक्ष जीवन सिंह शेरपुर की मौजूदगी में उदयपुरा थाने का घेराव किया और गिरफ्तार कार्यकर्ताओं को तुरंत रिहा करने की मांग की। यहां बता दें,जनआशीर्वाद यात्रा दौरान भी करणी सेना ने विरोध प्रदर्शन किया था।
उदयपुरा मंडी के बाहर विरोध प्रदर्शन
सीएम शिवराज सिंह चौहान शनिवार को उदयपुरा स्थित चिनकी बौरास बैराज संयुक्त बहुउद्देशीय परियोजना का मंडी प्रांगण में भूमिपूजन किया। इसके बाद जैसे ही सीएम का काफिला हेलीपैड के लिए लौटा तो मंडी गेट के बाहर मौजूद करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने काले झंडे दिखाए और नारेबाजी की। हालांकि, इसी दौरान पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार कर थाने ले गई। करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने पुलिस कार्रवाई का भी विरोध किया और सड़क पर बैठकर नारेबाजी करने लगे। इसी दौरान पुलिस ने सेना के दो कार्यकर्ताओं के खिलाफ केस दर्ज कर लिया।
उदयपुरा थाने पर करणी सेना का प्रदर्शन
करणी सेना के अध्यक्ष जीवन सिंह शेरपुर ने रविवार, 24 सितंबर को उदयपुरा पहुंचकर सैनिकों की गिरफ्तारी का विरोध किया। उन्होंने करणी सैनिकों के साथ स्थानीय थाने के सामने पर प्रदर्शन किया। उन्होंने मांग की कि दोनों गिरफ्तार सैनिकों को बिना किसी कार्रवाई के तुरंत छोड़ा जाए।
... तो सीएम के साथ पीएम मोदी का भी विरोध करेंगे
करणी सेना प्रमुख शेरपुर ने इस मौके पर कहा कि भोपाल के जंबूरी मैदान पर हुए कार्यक्रम में सरकार के समक्ष पेश 22 सूत्रीय मांगों को मंजूर किया जाए। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि सेना की इन मांगों पर कोई कार्यवाही नहीं होती है तो सीएम शिवराज सिंह चौहान के साथ-साथ प्रधानमंत्री मोदी का भी चुनाव में विरोध किया जाएगा।