संजय गुप्ता, INDORE. आचार संहिता लगने के बाद शिकायतों का दौर शुरू हो गया है। इंदौर विधानसभा तीन के बीजेपी विधायक आकाश विजयवर्गीय खुद ट्वीट करके उलझ गए हैं। उन्होंने गुरुवार शाम को ट्वीट किया कि किया कि- अपनी विधानसभा तीन के वार्ड 60 में जलप्रदाय के लिए महारानी रोड मंदिर के सामने विधायक निधि से बोरिंग कराया। इस दौरान क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि, नागरिकगण उपस्थित रहे। इसकी जानकारी लगते ही कांग्रेस ने चुनाव आयोग को विजयवर्गीय की शिकायत कर इसे आचार संहिता का उल्लंघन बताया।
कांग्रेस ने यह की है शिकायत
कांग्रेस लीगल सेल के उपाध्यक्ष व अधिवक्ता गौरव वर्मा ने यह शिकायत की है। इसमें कहा गया है कि विधायक आकाश विजयवर्गीय विधानसभा तीन इंदौर, ने अपनी विधायक निधि से आचार संहिता लगने के बाद बोरिंग कराया और जिसकी जानकारी खुद अपने ट्विटर द्वारा 12 अक्टूबर को शाम चार बजे दी गई। आकाश विजयवर्गीय के पिता विधानसभा एक से बीजेपी के प्रत्याशी घोषित है।
आचार संहिता के बाद मंजूर नहीं होती विधायक निधि
चुनाव की आचार संहिता लगने के बाद विधायक निधि से कोई भी काम नहीं कराया जा सकता है। ऐसे में यह काम कैसे हुआ, इस पर सवाल उठ रहे हैं। कहा जा रहा है कि काम पहले स्वीकृत हो गया था और यह बोरिंग बाद में हो रही है। आचार संहिता के नियमों के मुताबिक स्वीकृत हो चुके काम, जिनकी मंजूरी हो चुकी है वह आचार संहिता के बाद हो सकते हैं।
आकाश की टिकट कटना तय माना जा रहा है
आकाश विजयवर्गीय साल 2018 में कांग्रेस के प्रत्याशी अश्विन जोशी को हराकर चुनाव जीतकर विधायक बने थे। इस बार उनके पिता कैलाश विजयवर्गीय को बीजेपी ने इंदौर विधानसभा एक से मैदान में उतारा है, ऐसे में पिता-पुत्र दोनों को टिकट नहीं मिलने के फार्मूले के चलते उनका टिकट कटना तय है। वह भी खुद पार्टी को पत्र लिख चुके हैं कि नाम पर विचार नहीं किया जाए। हालांकि क्षेत्र के कार्यकर्ता लगातार पार्टी से उन्हें टिकट देने की मांग कर रहे हैं और वह इसके लिए पार्टी स्तर पर लगातार मांग रख रहे हैं।