संजय गुप्ता@ INDORE.
गुटों में बंटी जयस (जय आदिवासी युवा शक्ति संगठन) में से दो गुटों द्वारा प्रत्याशियों की सूची जारी करने से कांग्रेस के विधायक डॉ और एक गुट के राष्ट्रीय संरक्षक डॉ. हीरालाल अलावा भारी बैचेन है। वोटिंग से पहले जयस को एकजुट करने और वोटो के बंटवारे को रोकने के लिए उन्होंने धमकी और लालच दोनों ही दिए हैं। अलावा ने सोमवार सुबह (30 अक्टूबर) एक पत्र जारी किया है और इसे अपने सोशल मीडिया पर अपलोड किया है। इस पत्र के जरिए उन्होंने कांग्रेस से हुई डील को लेकर भी खुलासा कर दिया है। इसमें कहा गाय है कि कांग्रेस ने पांच टिकट दिए हैं, सरकार बनी तो निगम मंडलों से लेकर लोकसभा चुनाव में उम्मीदवारी तक मिलेगी।
यह लिखा है संदेश में
अलावा ने संदेश में लिखा है कि जयस एक सामाजिक संगठन है और सामाजिक ही रहेगा, लेकिन जयस का राजनीतिककरण करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे। इसके साथ ही उन्होंने एक पत्र पोस्ट किया है।
पत्र में यह लिखा है
जयस संगठन ना तो राजनीतिक पार्टी के रूप में पंजीकृत है और ना कभी इसे पार्टी के रूप में प्रचारित करने का एजेंडा रहा है। यह आदिवासियों के संवैधानिक अधिकारों की लड़ाई लड़ने का संगठन है…कुछ दिनों से देखा जा रहा है कि संगठन को बदनाम करने के लिए राजनीतिक कूटनीतिक षड़यंत्र के तहत राजनीतिक पार्टी के रूप में प्रचारित किया जा रहा है। राजनीतिक पार्टियों से सांठगांछ कर जयस संगठन के नाम से फर्जी राष्ट्रीय अध्यक्ष, प्रदेशाध्यक्ष बनकर फर्जी लेटरपेड पर सोशल मीडिय पर विधानसभा उम्मीदवारों की सूची जारी कि जा रही है जो फर्जी है। इसका सख्त विरोध करते हैं और फर्जी लोगों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी और एफआईआर भी दर्ज कराई जाएगी। ….जयस समर्थित पांच युवाओं को कांग्रेस पार्टी ने उम्मीदवार बनाया है., जयस संगठन के मुद्दों को भी चुनावी घोषणा पत्र में शामिल किया गया है। मप्र में कांग्रेस सरकार बनने पर जयस से जुड़े योग्य युवाओं और उम्मीदवारों को निगम-मंडलों, विधान परिषदों औऱ् आदगामी लोकसभा चुनाव 2024 में उम्मीदवार के रूप में भागीदारी दी जाएगी।
कांग्रेस वाले जयस को पांच टिकट, एक गुट के 16 तो दूसरे के 37 प्रत्याशी मैदान में
1- जयस का पहला गुट- डॉ. हीरालाल अलावा का है जो मनावर से कांग्रेस के टिकट पर 2018 में विधायक चुने गए और फिर से उन्हे कांग्रेस ने प्रत्याशी बनाया है। वह जयस के राष्ट्रीय संरक्षक थे और अब उनकी प्रोफाइल पर राष्ट्रीय अध्यक्ष भी लिखा जा चुका है। इनके गुट को कांग्रेस ने पांच टिकट दिए हैं, इसमें मनावर से डॉ. अलावा खुद है, वहीं सेंधवा, रतलाम ग्रामीण और बागली के साथ घोडाडोंगरी विधानसभा में भी टिकट दिए हैं।
2- जयस का दूसरा गुट- इसमें राष्ट्रीय अध्यक्ष पद पर लोकेश मुजाल्दा है। जिसमें प्रदेशाध्यक्ष रामदेव काकोडिया के साथ नारीशक्ति राष्ट्रीय प्रभारी सीमा वास्कले, जयस राष्ट्रीय प्रवलक्ता अनिल कटारा है। इनका दफ्तर इंदौर में आईटी पार्क चौराहे पर हाल ही में खोला गया है। मुजाल्दा का खुद का पता स्नेह नगर बड़वानी में हैं। राष्ट्रीय संरक्षक विक्रम अछालिया है, जो मप्र के प्रभारी मुकेश रावत है। साथ ही अन्य पदों पर भी पदाधिकारी नियुक्त है। इनके अभी तक 16 प्रत्याशी की सूची सामने आ चुकी है।
3- जयस का तीसरा गुट- इसके राष्ट्रीय अध्यक्ष तो नहीं लेकिन मप्र के प्रदेशाध्यक्ष अंतिम मुजाल्दा है। चुनाव समिति के अध्यक्ष बाला मौरी है और इनका कार्यालय मालवीय नगर भोपाल के पते पर हैं। यह 37 प्रत्याशियों की सूची जारी कर चुके हैं।