BHOPAL. लोकतंत्र में चुनावों को मेले या महाकुंभ जैसी संज्ञा दी जाती है, लेकिन कुछ लोग इसे युद्ध के रूप में भी देखते हैं। बीजेपी के प्रदेश चुनाव प्रबंधन समिति के संयोजक और केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने एक मीडिया प्लेटफॉर्म को दिए इंटरव्यू में इन चुनावों की तुलना युद्ध से कर दी है। जब उनसे सवाल किया गया कि क्या कारण है कि पार्टी ने अपने केंद्रीय मंत्रियों और सांसदों को विधानसभा चुनाव के मैदान में उतार दिया। जिस पर तोमर ने कहा कि बीजेपी कार्यकर्ताओं की पार्टी है, युद्ध का समय होता है कि तो एक रणनीति पर काम करना होता है। यह युद्ध के समय जैसा है और पार्टी की यही रणनीति है।
सीएम कैंडिडेट के सवाल को टाला
इस दौरान केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर खुद के सीएम कैंडिडेट होने के सवाल को टाल गए। उन्होंने कहा कि न मैं कल मुख्यमंत्री पद का दावेदार था, न आज हूं और न कल रहूंगा। मैं बीजेपी का कार्यकर्ता हूं, यह मेरा सौभाग्य है कि पार्टी ने मुझे पार्षद, विधायक, लोकसभा और राज्यसभा चारों सदनों में भेजकर काम करने का मौका दिया।
सिंधिया और खटीक और शर्मा की उम्मीदवारी पर यह बोले
नरेंद्र सिंह तोमर से जब यह सवाल किया गया कि आने वाली लिस्टों में क्या ज्योतिरादित्य सिंधिया, वीरेंद्र खटीक और बीडी शर्मा को प्रत्याशी बनाया जा सकता है, तो उन्होंने कहा कि अभी यह कहना उचित नहीं होगा, यह केंद्रीय चुनाव समिति का अधिकार है। मंत्रियों के टिकट काटे जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि कोई मंत्री स्वेच्छा से मना करता है तो बात अलग है, लेकिन उनकी उम्मीदवारी का निर्णय चुनाव समिति करेगी।
सीएम कैंडिडेट पर यह कहा
तोमर ने कहा कि शिवराज जी से मेरे 40 साल के संबंध हैं, मैं न कल सीएम पद की प्रतिस्पर्धा में था, न आज हूं और न कल रहूंगा। मैं बीजेपी का कार्यकर्ता हूं और उसी दायित्व का निर्वहन करता रहूंगा। सीएम के पद का फैसला चुनाव के बाद पार्टी को करना है और पार्टी सही निर्णय लेगी।