JAIPUR. चुनाव आयोग ने 5 राज्यों के विधानसभा चुनाव का कार्यक्रम घोषित कर दिया है लेकिन तारीखों के ऐलान के साथ ही राजस्थान में 23 नवंबर के दिन वोटिंग कराए जाने के फैसले से लोग खुश नहीं हैं। दरअसल 23 नवंबर को देवउठनी एकादशी है और इस दिन बड़ी संख्या में विवाह होते हैं। इसी कारण का हवाला देते हुए बीजेपी सांसद पीपी चौधरी ने मुख्य निर्वाचन आयुक्त को चिट्ठी लिखकर राजस्थान में मतदान की तिथि बदलने की मांग कर दी है।
विवाह का सबसे शुभ मुहूर्त
चुनाव आयोग ने राजस्थान में मतदान की तिथि 23 नवंबर तय की है। इसी दिन देवोत्थान एकादशी यानी देवउठनी ग्यारस है और इसे राजस्थान में विवाह का सबसे शुभ मुहूर्त माना जाता है। ऐसे में इस दिन बड़े पैमाने पर विवाह समारोह होंगे और इससे मतदान प्रतिशत निश्चित रूप से प्रभावित होगा। इसी के चलते राजस्थान में मतदान की तिथि को बदलने की मांग उठाई जा रही है। अब तक कई धार्मिक सामाजिक और व्यापारिक संगठन तिथि बदलने की मांग उठ चुके हैं।
मतदान का प्रतिशत कम होने की आशंका
अब पाली से भाजपा के सांसद पीपी चौधरी ने भी मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार को पत्र भेजकर कहां है कि राजस्थान में मतदान की तिथि बदलना चाहिए। चौधरी ने अपने पत्र में लिखा है कि निर्वाचन आयोग मतदान प्रतिशत बढ़ाना चाहता है लेकिन राजस्थान में इस दिन बड़े पैमाने पर शादियां होने की संभावना है और इसके चलते मतदान प्रतिशत प्रभावित होगा। चौधरी ने मांग की है कि जन भावनाओं को देखते हुए और मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए राजस्थान में मतदान की तिथि में परिवर्तन किया जाना चाहिए।