BHOPAL. क्रिकेट वर्ल्ड कप का फाइनल भले ही भारत हार गया हो, लेकिन आज मध्यप्रदेश की सत्ता का फाइनल है। बीजेपी-कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर की संभावना है। इस बार चुनाव के दौरान कई मामलों पर सियासत गरमाई। हम आपको आज नतीजों से पहले फ्लैशबैक में ले जा रहे हैं कि प्रदेश में चुनाव के दौरान कौन-कौन से वाक्ये चर्चा में रहे।
50 प्रतिशत कमीशनराज
मध्यप्रदेश में व्यापारियों का एक पत्र वायरल होने के बाद 50 फीसदी कमीशन का मुद्दा गर्मा गया था। पत्र में ऐसा आरोप लगाया गया कि सरकार 50 फीसदी कमीशन लेकर ही सारे काम करती है। कांग्रेस ने इसे लपका और समाजवादी पार्टी की भी एंट्री हो गई। कांग्रेस राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने इस लेटर को ट्वीट कर दिया। इसके बाद प्रियंका गांधी और कमलनाथ पर FIR दर्ज हुई थी।
करप्शननाथ और घोटाला राज पोस्टर वॉर
मध्यप्रदेश में बीजेपी-कांग्रेस के बीच पोस्टर वॉर छिड़ा। जगह-जगह सीएम शिवराज के पोस्टर लगाए गए। इनमें लिखा था 18 साल घपले और घोटालों की भरमार। पोस्टर में डंपर घोटाला, व्यापम महा घोटाला, पोषण आहार घोटाला, ई-टेंडरिंग घोटाला, कारम डैम घोटाला, कन्यादान घोटालों का जिक्र किया गया था। इसमें सीएम शिवराज की तस्वीर के साथ प्रदेश को घोटाला नंबर वन राज्य बताया गया था। इसके बाद करप्शननाथ के पोस्टर लगे, जिसमें PCC चीफ कमलनाथ पर निशाना साधा गया था। इस पर पूर्व सीएम ने कहा कि उनके 47 साल के राजनीतिक जीवन में अब तक किसी ने उंगली नहीं उठाई, अगर उनके खिलाफ मामले हैं तो अब तक बीजेपी ने कार्रवाई क्यों नहीं की।
MP में कपड़ा फाड़ सियासत
कांग्रेस ने चुनाव के लिए नवरात्रि से पहले 144 प्रत्याशियों की लिस्ट जारी की, लेकिन कई जगह बवाल हो गया। शिवपुरी के पिछोर से 6 बार विधायक केपी सिंह को टिकट मिला, जबकि इस सीट की दावेदारी बीजेपी छोड़ कांग्रेस में आए कोलारस विधायक वीरेंद्र सिंह रघुवंशी कर रहे थे। उनके समर्थकों से कमलनाथ ने कहा कि शिवपुरी की बात दिग्विजय सिंह, जयवर्धन से करेंगे, जैसा वो कहेंगे, वैसा करेंगे। वीरेंद्र को जितना तुम लोग नहीं चाहते, उससे ज्यादा मैं चाहता हूं, तुम लोग मुझे क्या समझाने आए हो। अब जाकर दिग्विजय सिंह और जयवर्धन के कपडे़ फाड़ो, ये मत कहिएगा कि मैंने कहा है।
कमलनाथ-दिग्जिवय ने की लीपापोती
कपड़े फाड़ने वाले मामले में जब बीजेपी कांग्रेस पर हमलावर हो गई तो कमलनाथ और दिग्विजय सिंह ने मजाकिया अंदाज में इस पर लीपापोती की। घोषणा पत्र जारी करते वक्त दिग्विजय सिंह ने पहले फॉर्म पर दस्तखत की बात कही तो कमलनाथ ने मजाक में कहा कि उन्होंने गालियां खाने की पावर ऑफ अटॉर्नी दिग्विजय सिंह को दी है। इस पर दिग्विजय सिंह ने कहा कि B-फॉर्म पर प्रदेश अध्यक्ष के दस्तखत होते हैं तो कपड़े भी उन्हीं के फटेंगे। इसके बाद दिग्विजय सिंह ने कहा कि जहर महादेव को ही पीना पड़ता है, वो पिएंगे ही।
अखिलेश यादव और कमलनाथ के बीच वार-पलटवार
चुनाव के दौरान एमपी के पूर्व सीएम कमलनाथ और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव के बीच बयानबाजी हुई। कांग्रेस ने मध्यप्रदेश में अकेले चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी थी, वहीं अखिलेश यादव सीट चाहते थे। I.N.D.I.A. गठबंधन को लेकर कमलनाथ ने कहा था कि वो गठबंधन लोकसभा चुनाव के लिए ही है। इस पर अखिलेश यादव ने कहा था कि अगर ऐसा पहले पता होता तो वे कभी मिलने नहीं आते। इसके बाद जब इस बारे में कमलनाथ से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि छोड़ो अखिलेश-वखिलेश को, हम MP में सरकार बना रहे हैं।