संजय गुप्ता, INDORE. बीजेपी की दूसरी सूची में इंदौर की विधानसभा देपालपुर में मनोज पटेल का पांचवीं बार टिकट बीजेपी के लिए मुश्किल बन गया है। यहां से आमजन, संघ से जुड़े कार्यकर्ता गारी गुर्जर समाज के राजेंद्र चौधरी (जो मालेगांव ब्लास्ट में आरोपी थे) को टिकट देने की मांग कर रहे हैं। पहले देपालपुर में विरोध प्रदर्शन हुआ और मनोज पटेल का पुतला जलाया और अब जहां इस समाज के मतदाता हैं, ऐसी प्रदेश की करीब दर्जनभर विधानसभाओं का विरोध का फैसला हुआ। इसी कड़ी में रविवार को समाजजनों ने मंत्री तुलसी सिलावट का सांवेर में घेराव किया और विरोध की बात कही।
मंत्री सिलावट बोले मेरा और सांवेर का क्या कसूर?
मंत्री सिलावट के सांवेर में बीजेपी दफ्तर में विरोध प्रदर्शन के दौरान विरोधियों ने उन्हें घेर लिया और राजेंद्र चौधरी के टिकट की मांग करते हुए चेतावनी दी कि पार्टी को सांवेर में खामियाजा भुगतना होगा। इस पर सिलावट ने कहा भी कि देपालपुर के टिकट में सांवेर का और मेरा क्या दोष है? इस पर कहा गया कि आप हमारी बात प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, सीएम शिवराज सिंह चौहान और अन्य को जाकर बताएं उन्हें हमारी मांग रखें, नहीं तो हमारा समाज बीजेपी को वोट नहीं देगा।
गारी गुर्जर समाज का इन विधानसभाओं में बीजेपी का विरोध
समाजजनों ने बताया कि देपालपुर में समाज के 30 हजार से ज्यादा मतदाता है। इसके अलावा प्रदेश की एक दर्जन भर विधानसभाओं में हमारे समाज के वोट रिजल्ट बदलने वाली स्थिति में हैं। इसमें सांवेर, घटिटया, सोनकच्छ, आगर-मालवा, महिदपुर, आलोट, बदनावर, बड़नगर आदि है।
इसलिए हो रहा है विरोध, बीजेपी की ओर से एक ही परिवार
देपालपुर विधानसभा में मनोज पटेल साल 2003 से चुनाव लड़ रहे हैं और उनका रिकार्ड दो बार हार दो बार जीत का है। बीता चुनाव वह कांग्रेस के विशाल पटेल से हारे थे। मनोज के पिता निर्भय सिंह पटेल प्रभावी नेता रहे हैं और मप्र शासन में मंत्री भी। मनोज के पहले बीजेपी की ओर से वही इस सीट पर लगातार लड़ रहे थे और अब 20 साल से मनोज पटेल चुनाव लड़ रहे हैं। इसके चलते अब नए चेहरे की मांग उठ रही है, खासकर मनोज पर सीट के बाहर रहने के आरोप लगते हैं और उन्हें स्थानीय भी नहीं मानते हैं। वहीं राजेंद्र चौधरी की मांग स्थानीय प्रत्याशी के तौर पर उठ रही है और वे गारी गुर्जर समाज के भी है।