मनीष गोधा, JAIPUR. राजस्थान विधानसभा चुनाव में इस बार 4 सीटों पर बेहद रोचक मुकाबला होता दिख रहा है। ये मुकाबला रोचक इस मायने में है कि यहां चुनाव मैदान में दिख रहे प्रत्याशी आपस में नजदीकी रिश्तेदार हैं। एक सीट पर तो पति-पत्नी आपस में चुनाव लड़ रहे हैं। राजस्थान के विधानसभा चुनाव में खेतड़ी, दातारामगढ़, नागौर और धौलपुर सीट पर इस बार रोचक मुकाबला होता दिख रहा है। इसका कारण ये है कि इन सीटों पर बेहद नजदीकी रिश्तेदार आमने-सामने चुनाव लड़ते दिख रहे हैं।
दातारामगढ़ सीट पर मैदान में पति-पत्नी
सबसे रोचक मुकाबला दातारामगढ़ सीट पर है। सीकर जिले की इस सीट पर कांग्रेस के वीरेंद्र सिंह चुनाव मैदान में है। वहीं उनकी पत्नी रीता सिंह को चौटाला परिवार की पार्टी जेजेपी ने टिकट दे दिया है। रीता सिंह जिला प्रमुख रह चुकी हैं और वीरेंद्र सिंह अभी कांग्रेस के विधायक हैं। ऐसे में यहां मुकाबला पति-पत्नी के बीच ही हो गया है।
धौलपुर
राजस्थान की धौलपुर सीट पर मुकाबला 2 मायने में रोचक है। पहले तो ये है कि बीजेपी और कांग्रेस के उम्मीदवार आपस में जीजा-साली लगते हैं और दूसरा ये कि दोनों ने इस बार पार्टी बदल ली है। इस सीट पर कांग्रेस की उम्मीदवार शोभा रानी कुशवाहा पिछली बार बीजेपी की उम्मीदवार थी। वहीं बीजेपी के उम्मीदवार शिवचरण कुशवाहा पिछली बार कांग्रेस की उम्मीदवार थे। शिवचरण और शोभा रानी आपस में जीजा-साली लगते हैं।
खेतड़ी
झुंझुनू जिले की खेतड़ी सीट पर चाचा और भतीजी आमने-सामने हैं। यहां से बीजेपी से इंजीनियर धर्मपाल गुर्जर, उनके चचेरे भाई दाताराम गुर्जर और दाताराम की बेटी मनीषा गुर्जर टिकट मांग रही थी। बीजेपी ने धर्मपाल को टिकट दे दिया। इससे नाराज मनीषा ने बगावत कर दी। कांग्रेस ने मनीषा गुर्जर को टिकट दे दिया। धर्मपाल गुर्जर चाचा हैं और प्रधान मनीषा गुर्जर उनकी भतीजी हैं।
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नागौर
नागौर सीट पर भी मुकाबला रोचक है। यहां से कांग्रेस ने हरेंद्र मिर्धा को चुनाव मैदान में उतारा है। वहीं भारतीय जनता पार्टी ने मिर्धा परिवार की ही बेटी ज्योति मिर्धा को चुनाव मैदान में उतारा है। ये भी आपस में रिश्तेदार हैं।