BHOPAL. राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने रविवार को पाकिस्तान समर्थित गजवा-ए-हिंद मामले में एमपी समेत 4 राज्यों में छापामार कार्रवाई की। एनआईए ने एमपी के देवास जिले के सतवार में कार्रवाई की है। टीम ने यहां लियाकत पिता इदु के घर पर रेड मारी। यहां से कुछ आपत्तिजनक दस्तावेज और डिजिटल उपकरण जब्त किए गए है। जिन संदिग्धों के घर पर एनआईए ने छापेमारी की, उनके पाकिस्तानी हैंडलरों से संपर्क का दावा किया जा रहा है।
गुजरात, यूपी और केरल में कार्रवाई
एनआईए ने एमपी के देवास, गुजरात के गिर सोमनाथ, यूपी के आजमगढ़ और केरल के कोझिकोड जिले में छापेमारी की है। एनआईए की टीम ने मामले में संदिग्ध लोगों के परिसरों पर दबिश देते हुए मोबाइल फोन और सिम कार्ड के अलावा कई दस्तावेज जब्त किए गए। देवास में तीन सदस्यों वाली एनआईए टीम ने लियाकत का मोबाइल जब्त किया है। चार घंटे की पूछताछ के बाद लियाकत को छोड़ दिया। उसे एनआईए मुख्यालय में पेश होने का नोटिस भी दिया गया है। टीम को संदिग्धों के पाकिस्तान कनेक्शन का भी पता चला है।
युवाओं को कट्टरपंथी बनाने का हो रहा था काम
एनआईए की जांच के मुताबिक गजवा-ए-हिंद के कट्टरपंथी, भारत विरोधी विचारों का प्रचार-प्रसार करने में शामिल थे। भारत में गजवा-ए-हिंद की स्थापना के नाम पर प्रभावशाली युवाओं को कट्टरपंथी बनाने का काम हो रहा था। जिसे पाकिस्तान स्थित संदिग्धों द्वारा संचालित किया जा रहा था।
पाकिस्तान से चल रहा था सोशल मीडिया
बता दे कि 14 जुलाई 2022 को बिहार के पटना में फुलवारी शरीफ पुलिस ने मरगूब अहमद दानिश उर्फ ताहिर को गिरफ्तार किया था। इसके बाद एनआईए ने मामले में एफआईआर की थी। मरगूब अहमद व्हाट्सएप ग्रुप गजवा-ए-हिंद का एडमिन था, जिसे जैन नाम के एक पाकिस्तानी व्यक्ति ने बनाया था। आरोपी मरगूब ने भारत के साथ-साथ पाकिस्तान, बांग्लादेश और यमन समेत अन्य देशों के कई लोगों को ग्रुप में शामिल किया था। वह टेलीग्राम और वीआईपी मैसेंजर जैसे अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर भी सक्रिय था। एनआईए ने 6 जनवरी 2023 को आरोपी मरगूब अहमद के खिलाफ आईपीसी की धारा 121, 121ए, 122 सहित कई धाराओं में चार्जशीट दायर की थी।