NEW DELHI. कांग्रेस की स्क्रीनिंग कमेटी ने मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए 80 सीटों पर नाम तय कर लिए हैं। सूत्र बता रहे हैं कि इन 80 सीटों पर 65 सिटिंग एमएलए को ही चुना गया है जबकि 15 सीटों पर ऐसे सीनियर लीडर्स को चुनाव मैदान में उतारा गया है जो पिछला चुनाव कम मार्जिन से हार गए थे। कमेटी ने सुनील कानुगोलू के सर्वे को तरजीह दी गई है, जो उन्होंने जन आक्रोश रैली में दावेदारों की सक्रियता के आधार पर किया है। कमेटी ने एआईसीसी की ताजा सर्वे रिपोर्ट और सचिवों के फीडबैक पर निर्णय लिया है।
लोकप्रियता भी बड़ा पैमाना
दरअसल प्रदेश में निकाली गई जन आक्रोश में किस दावेदार ने कितनी आम लोगों की भीड़ जुटाई, इसे सुनील कानुगोलू की टीम ने तरजीह दी है। तय किए गए नाम अब सेंट्रल इलेक्शन कमेटी के पास 8 अक्टूबर को भेजे जाएंगे। जहां इन नामों को मंजूरी दी जाएगी। इससे पहले स्क्रीनिंग कमेटी जिलाध्यक्षों, प्रभारियों और ब्लॉक अध्यक्षों द्वारा दिए गए पैनल पर चर्चा की गई थी।
सिस्टम से काम चलेगा
स्क्रीनिंग कमेटी में नेताओं ने विभिन्न सीटों पर कुछ नाम भी सुझाए लेकिन मीटिंग में साफ कर दिया गया कि यहां अब सिस्टम से काम चलेगा, जिताऊ उम्मीदवार को टिकट किया जाएगा। वह भी एआईसीसी के सर्वे पर फोकस करते हुए। दरअसल सुनील कानुगोलू की टीम जन आक्रोश यात्रा में पूरे समय मौजूद रही। लोगों के से चर्चा भी की गई और दावेदारों की लोकप्रियता का भी अंदाजा लगाया गया।
बीजेपी की रणनीति पर भी नजर
कांग्रेस प्रत्याशियों के चयन में बीजेपी की रणनीति पर भी नजर बनाए हुए है। बीजेपी ने अब तक जो 79 सीटों पर प्रत्याशी उतारे हैं, उनमे से 76 सीटों पर अभी कांग्रेस विधायक हैं। जिन सीटों पर बीजेपी ने मजबूत उम्मीदवार (केंद्रीय मंत्री और सांसद) उतारे हैं वहां कांग्रेस दमदार प्रत्याशी उतारने की जुगत लगा रही है।
नारी सम्मान के फार्म पर भी नजर
बताया जा रहा है कि इससे पहले नारी सम्मान योजना के आवेदनों की संख्या को भी ध्यान में रखा गया था, कि किस क्षेत्र से कितने फॉर्म, किस दावेदार ने भरवाए हैं। एआईसीसी के पिछले सर्वे में 23 विधायकों की खराब स्थिति का भी जिक्र था, कमेटी ने इस बात पर भी ध्यान दिया है।