JAIPUR. अभी तक राजस्थान में पेपर लीक जैसे शब्द प्रचलित थे लेकिन अब सर्वे लीक हो जाने की बात पहली बार सामने आ रही है। दरअसल कांग्रेस द्वारा हायर की गई कंपनी डिजायन बॉक्स द्वारा कई विधानसभा सीटों पर कराए गए सर्वे का डाटा बीजेपी के पास पहुंच गया है। कहा तो यह भी जा रहा है कि डाटा 20 लाख रुपए में बिका है। पर कंपनी के अधिकारी इस बात का खंडन कर रहे हैं। उधर बीजेपी के नेता दबी जुबान में कह रहे हैं कि डाटा तो पहुंचा है, पर इसके लिए कोई लेन-देन नहीं किया गया।
डाटा लीक की खबर पर कांग्रेस के बड़े नेताओं में विवाद है, उधर बीजेपी को मिले डाटा की कुछ तस्वीरें सोशल मीडिया पर भी आ चुकी हैं। इस डाटा में विधायकों की उनके क्षेत्र में स्थिति, जातिगत समीकरण और बीजेपी के संभावित उम्मीदवार का नाम तक शामिल है। कंपनी ने हर विधायक का अलग-अलग सर्वे किया था। सर्वे में मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास, रीटा चौधरी, विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी और रफीक खान जैसे विधायकों की कांटे की टक्कर वाली स्थिति बताई है।
कई सीटों पर कांग्रेस की अच्छी स्थिति बताई
डाटा में महेश जोशी और रघु शर्मा जैसे विधायकों की सीट पर कांग्रेस की मजबूत स्थिति बताई जा रही है। सर्वे का डाटा लीक हो जाने से कांग्रेस के खेमे में चुप्पी छाई हुई है। अंदरखाने में सर्वे एजेंसी को हायर करने वाले नेताओं पर भी उंगलियां उठना शुरु हो चुकी हैं।
प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह का कहना है कि पेपर लीक तो सुना था, यह सर्वे लीक क्या होता है? बताया जा रहा है कि इस सर्वे का उपयोग जानकारी एकत्र करने के लिए बीजेपी ने यूज किया है, हालांकि बीजेपी के पास अपनी एजेंसी का डाटा है। जाहिर से दोनों सर्वे रिपोर्टों का मिलान कर आंकलन किया जा सकता है। उधर कंपनी के अधिकारी नरेश अरोड़ा का कहना है कि मैं कंपनी ने जो पक्ष रखा उस पर कायम हूं। कांग्रेस के सर्वे का डाटा बेचे जाने की सूचना गलत है।