LORMI. छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव को लेकर सूबे में सियासी पारा चढ़ा हुआ है। बीजेपी और कांग्रेस के बाद अब जेसीसीजे में भी विरोध का शोर सुनाई देने लगा है। लोरमी विधानसभा सीट को लेकर जेसीसीजे में मचा बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब नामांकन को लेकर जोगी कांग्रेस फिर दो गुटों में बंटी नजर आ रही है। जेसीसीजे ने लोरमी विधानसभा सीट से कांग्रेस से आए सागर सिंह बैस को अपना प्रत्याशी बनाया है। वहीं लंबे समय से इस सीट पर तैयारी कर रहे जेसीसीजे के विधानसभा प्रभारी मनीष त्रिपाठी ने भी अपना नामांकन जमा कर दिया है। मनीष त्रिपाठी के नामांकन के दौरान जेसीसीजे के केंद्रीय चुनाव कमेटी के अध्यक्ष और पार्टी के वरिष्ठ नेता तिलक राम देवांगन खुद मौजूद रहे। इसके बाद से लोरमी की सियासत में सरगर्मी बढ़ गई है।
टिकट नहीं मिलने पर मनीष त्रिपाठी ने भरा बी फार्म
बताया जा रहा है कि जेसीसीजे का एक धड़ा जिसमें खुद तिलक राम देवांगन शामिल हैं, मनीष त्रिपाठी को लोरमी से प्रत्याशी बनाए जाने के पक्ष में हैं। जिसके चलते पहले ही उन्हें पार्टी की ओर से बी फार्म जारी कर दिया गया था। बाद में कांग्रेस जिला अध्यक्ष के जोगी कांग्रेस ज्वाइन करने पर उन्हें प्रत्याशी बना दिया गया।
क्या बोले मनीष त्रिपाठी
मामले में लोरमी विधानसभा प्रभारी मनीष त्रिपाठी का साफ कहना है कि मैंने अभी पार्टी से इस्तीफा नहीं दिया है। उनकी पार्टी के केंद्रीय चुनाव कमेटी के अध्यक्ष तिलक राम देवांगन खुद मौजूद थे। मनीष त्रिपाठी ने कहा कि अभी भी हाई कमान के पास अपना फैसला बदलने को लेकर वक्त है। वहीं इस मामले पर जब जेसीसीजे से प्रत्याशी बनाए गए सागर सिंह से पूछा गया तो वो ऐसी किसी जानकारी से साफ तौर पर इंकार कर रहे हैं।
कांग्रेस से आए सागर सिंह को JCCJ ने दिया टिकट
बता दें कि सागर सिंह कांग्रेस जिला अध्यक्ष थे जो कांग्रेस से टिकट नहीं मिलने से नाराज होकर पार्टी छोड़कर जेसीसीजे में शामिल हो गए थे, जिसके बाद कांग्रेस को भी यहां परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, वहीं अब जेसीसीजे में ही आपस में घमासान हो गया है।